आयकर विभाग उन लोगों पर पैनी नजर रखे हुए हैं जो विभाग के अधिकारियों की आंखों में धूल झोंक कर करोड़ों का चूना लगाते हैं। आयकर विभाग ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड में करीब 550 लोगों को नोटिस जारी किए हैं। उनकी इनकम टैक्स रिटर्न से विभाग संतुष्ट नहीं है। सबको सितंबर के महीने में पहले ईमेल के जरिए नोटिस भेजे गए इसके बाद डाक के जरिए या विभाग के अफसर नोटिस लेकर जा रहे हैं। ऐसे में आपके मन में सवाल उठता होगा कि आखिर आयकर विभाग को किसी भी व्यक्ति की आय का आसानी से कैसे पता चल जाता है? दरअसल आयकर विभाग अपने अलग-अलग माध्यमों से टैक्स चोरी करने वालों को पकड़ता है। इन माध्यमों से आयकर विभाग आपकी सूचना एकत्र करता है जैसे ब्याज की आय, नगदी जमा या निकासी, भूमि व भवन का क्रय या विक्रय, म्यूचुअल फंड में जमा राशि, 10 लाख से ऊपर की गाड़ी खरीदना, क्रेडिट कार्ड के जरिए लेनदेन करना, विदेश से भेजी गई रकम, लाभांश व अन्य कई स्रोत है जिनसे विभाग को पता चल जाता है कि किस व्यक्ति की आय कितनी है आयकर विभाग के अधिकारी नोटिस जारी करते हैं यदि नोटिस का जवाब देने में व्यक्ति अधिकारी को संतुष्ट कर लेता है तो उन पर कार्यवाही नहीं होती क्योंकि सभी दस्तावेज उस व्यक्ति को पेश करने पड़ते हैं ऐसे में यदि आप कोई महंगा सामान खरीद रहे हैं तो सावधान हो जाइए हो सकता है कि आपका लेखा-जोखा आयकर विभाग तैयार कर रहा हूं
कैसे करते हैं रेड
आयकर विभाग ज्यादातर स्थानों पर रेड करता है ताकि आयकर चोरी करने वालों को पकड़ा जा सके। शुरुआत में जिसके यहां आयकर विभाग को रेड करनी होती है उसकी पूरी जानकारी एकत्र करता है कहां-कहां उस व्यक्ति ने टैक्स चोरी की है इसकी सूची बनाई जाती है कौन-कौन व्यक्ति हैं।? जिनके साथ अधिक लेनदेन होता है यह सब जानकारी एकत्र होने के बाद ऐसा टाइम चुना जाता है जिससे कि व्यक्ति भाग ना सके या फिर दस्तावेजों को नगदी को छुपाना सके।