संभल में हुई हिंसा की असली वजह आ रही सामने, जिन परिवारों ने अपनों को खोया उनके गम का क्या
Survey in Sambhal Jama Masjid: संभल जामा मस्जिद में सर्वे के दौरान हुई हिंसा के तरह तरह के वीडियो सामने आ रहे हैं। पुलिस अपने पक्ष के वीडियो जारी कर रही है जबकि कुछ लोग इस पूरी हिंसा को मुस्लिम समुदाय पर डालने की कोशिश कर रहे हैं। एक ऐसा वीडियो सामने आया है जिससे हिंसा की एक वजह माना जा सकता है। ज़रा सोचिए जिस परिवार ने अपनों को खोया है। उसके गम का क्या? घर के नौ जवान मारे गए।
सर्वे टीम के साथ धार्मिक नारे लगाने वाले कौन
दरअसल रविवार को सुबह 6 बजे सर्वे करने के लिए टीम चार मस्जिद पहुंची थी। सर्वे करने वाली टीम के साथ कुछ लोग अन्य भी शामिल थे। जो धार्मिक नारे लगा रहे थे। जैसे ही एक खबर क्षेत्र में फैली तो लोगों को लगा कि उनके साथ अन्याय न हो जाए। इसलिए वो एकत्र होने लगे। तभी कुछ अज्ञात लोगों ने पथराव कर दिया। पथराव के पीछे किस वर्ग को कितना फायदा हो सकता है, ये आप अपने आप से पूछ लीजिए। लेकिन मुस्लिम समाज के पांच युवकों की मौत हुई है। पुलिस कह रही है ये युवक हमारी गोली से नहीं मरे है। बल्कि दूसरी गोलियों से ही इनकी मौत हुई है। सोशल मीडिया पर तरह तरह के दावे किए जा रहे हैं, लेकिन संपर्क जिलाधिकारी और एसपी ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है और किसी भी बाहरी नेता सामाजिक व्यक्ति को आने पर रोक लगाई गई है। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपनी जिम्मेदारी ट्विटर पर निभाई है। एक वीडियो ट्वीट किया है। जिसमें जिस वक्त सर्वे करने टीम जा रही है तो कुछ लोग धार्मिक नारे लगा रहे हैं। राहुल गाँधी ने भी ट्वीट कर संवेदना जताई है।
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