7 महीने के प्रेग्नेंसी में वेटलिफ्टिंग का जज्बा: दिल्ली पुलिस की सोनिका यादव ने 145 किलो वजन उठाकर जीता ब्रॉन्ज मेडल

Delhi Police/The Passion for Weightlifting While Pregnant News: महिलाओं की ताकत को नई परिभाषा देने वाली दिल्ली पुलिस की कांस्टेबल सोनिका यादव ने साबित कर दिया कि गर्भावस्था कोई बाधा नहीं, बल्कि एक नई ऊर्जा का स्रोत हो सकती है।

सात महीने की प्रेग्नेंसी के बावजूद उन्होंने 17 अक्टूबर को आंध्र प्रदेश के अमरावती में आयोजित ऑल इंडिया पुलिस वेटलिफ्टिंग क्लस्टर चैंपियनशिप 2025-26 में 145 किलोग्राम वजन उठाकर ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया। यह उपलब्धि न सिर्फ खेल जगत में चर्चा का विषय बनी है, बल्कि महिलाओं के सशक्तिकरण की मिसाल भी बन गई है।

31 वर्षीय सोनिका, जो 2014 बैच की दिल्ली पुलिस अधिकारी हैं, वर्तमान में कम्युनिटी पुलिसिंग सेल में तैनात हैं। पहले कबड्डी खेल चुकीं सोनिका ने वेटलिफ्टिंग को अपनाया और 2023 में दिल्ली स्टेट पावरलिफ्टिंग चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीता था। मई 2025 में जब उन्हें प्रेग्नेंसी का पता चला, तो कई लोगों ने ट्रेनिंग रोकने की सलाह दी। लेकिन सोनिका ने हार नहीं मानी।

उन्होंने डॉक्टर की सलाह से सुरक्षित तरीके अपनाते हुए जिम जाना जारी रखा। चैंपियनशिप के दौरान 84+ किलोग्राम कैटेगरी में उन्होंने स्क्वाट में 125 किलोग्राम, बेंच प्रेस में 80 किलोग्राम और डेडलिफ्ट में 145 किलोग्राम का कमाल दिखाया। कुल मिलाकर 350 किलोग्राम वजन उठाकर उन्होंने कांस्य पदक हासिल किया।

बीबीसी हिंदी को दिए इंटरव्यू में सोनिका ने कहा, “मैं नहीं चाहती कि प्रेग्नेंसी को एक बीमारी की तरह देखा जाए। यह मेरी जिंदगी का एक खूबसूरत हिस्सा है, जो मुझे और मजबूत बना रहा है।” उन्होंने बताया कि पति अंकुर बाना ने शुरू में सोचा था कि प्रेग्नेंसी के दौरान जिम बंद हो जाएगा, लेकिन उनका सपोर्ट ही उनकी ताकत बना। प्रतियोगिता के दौरान उन्होंने ढीले कपड़ों से अपनी प्रेग्नेंसी छिपाई रखी। अंतिम डेडलिफ्ट के बाद जब राज खुला, तो दर्शक तालियों से गूंज उठे। अन्य राज्यों की पुलिसकर्मी महिलाओं ने उन्हें बधाई दी और सेल्फी ली। सोनिका ने कहा, “यह मेडल सिर्फ मेरा नहीं, मेरे बच्चे का भी है। हमने मिलकर जीता है।”

यह घटना तब वायरल हुई जब डेल्ही पुलिस के आधिकारिक हैंडल ने सोशल मीडिया पर वीडियो शेयर किया। वीडियो में सोनिका का डेडलिफ्ट उठाना देखकर लाखों लोगों ने सराहना की। 2022 में दिल्ली पुलिस कमिश्नर और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने भी सोनिका के नशीली दवाओं के खिलाफ अभियान को सराहा था। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “सोनिका का प्रदर्शन दिल्ली पुलिस की ताकत का प्रतीक है। यह महिलाओं को प्रेरित करेगा।”

विशेषज्ञों का कहना है कि प्रेग्नेंसी में वेटलिफ्टिंग सुरक्षित हो सकती है, बशर्ते डॉक्टरी सलाह ली जाए।एक रिपोर्ट के मुताबिक, सोनिका ने बेल्ट न बांध पाने के बावजूद सावधानी बरती। यह उपलब्धि न सिर्फ खेल की दुनिया में, बल्कि समाज में गर्भवती महिलाओं की फिटनेस को बढ़ावा देगी। सोनिका अब भी जिम जाती हैं और मातृत्व के बाद और ऊंचाइयों को छूने का इरादा रखती हैं।

सोनिका की कहानी सिखाती है कि हिम्मत और लगन से कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है। यह मेडल सिर्फ धातु का टुकड़ा नहीं, बल्कि लाखों महिलाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत है।

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