नई दिल्ली: INDIA vs BHARAT: इन दिनों इंडिया बनाम भारत का मुद्दा चर्चाओं में है. अब इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस के नेता शशि थरूर (Shashi Tharoor) ने भी एक बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि इंडिया को ‘भारत’ कहने में कोई संवैधानिक आपत्ति नहीं है, लेकिन उन्हें उम्मीद है कि सरकार इतनी मूर्ख नहीं होगी कि ‘इंडिया’ को पूरी तरह से ही त्याग दे. ऐसा इसलिए भी क्योंकि इंडिया की अपनी एक अलग ही ब्रांड वैल्यू है. कांग्रेस सांसद ने दावा किया कि यह पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना थे जिन्होंने इंडिया नाम पर आपत्ति जताई थी क्योंकि इसका मतलब यह था कि हमारा देश ब्रिटिश राज का उत्तराधिकारी राष्ट्र था और पाकिस्तान एक अलग राष्ट्र था.
INDIA vs BHARAT:
कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने लिखा, ‘हम कल के भारत की बेहतरी, सद्भाव और जिम्मेदारी को देखते हुए खुद को गठबंधन कह सकते हैं। तभी शायद सत्ताधारी दल नाम बदलने के इस घिनौने खेल को खेलना बंद कर दें। इससे पहले शशि थरूर ने जी-20 के डिनर के निमंत्रण पर ‘प्रेजीडेंट ऑफ भारत’ का नाम लिखा होने पर प्रतिक्रिया दी थी। कांग्रेस नेता शशि थरूर ने था कहा कि इंडिया को ‘भारत’ कहने में कोई संवैधानिक आपत्ति नहीं है, लेकिन उन्हें उम्मीद है कि सरकार इतनी बड़ी गलती नहीं करेगी कि ‘इंडिया’ नाम को पूरी तरह से त्याग दे, जिसकी बड़ी ब्रांड वैल्यू है।
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“सरकार ऐसी गलती नहीं करेगी”
शशि थरूर ने सोशल साइट एक्स पर इसे लेकर एक पोस्ट भी किया. इसमें उन्होंने लिखा कि इंडिया को ‘भारत’ कहने में कोई संवैधानिक आपत्ति नहीं है, जो कि देश के दो आधिकारिक नामों में से एक है. मुझे उम्मीद है कि सरकार इतनी मूर्ख नहीं होगी कि उस ‘इंडिया’ नाम को पूरी तरह से ख़त्म कर दे, जिसकी सदियों से एक बड़ी ब्रांड वैल्यू बनी हुई है. थरूर ने कहा कि इतिहास को फिर से जीवंत करने वाले नाम, दुनिया भर में पहचाने जाने वाले नाम पर अपना दावा छोड़ने के बजाय हमें दोनों शब्दों का इस्तेमाल जारी रखना चाहिए.