नोएडा। देशभर के ग्रामीण अंचल से हमारी दीदियां आज खुद के रोजगार करके आत्मनिर्भर बन रही हैं। सरकार और ग्रामीण विकास मंत्रालय का मानना है कि महिला सशक्तिकरण का सभी को संकल्प लेना होगा। महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण पर ध्यान देने की जरूरत है। इसी उद्देश्य के साथ सरस आजीविका मेले के आयोजन देशभर में किए जा रहे हैं। उक्त विचार केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय के सचिव शैलेश कुमार सिंह ने सरस आजीविका मेला 2024 के उद्घाटन समारोह में कहीं। उन्होंने कहा ग्रामीण क्षेत्र में विकास पर जोर देने की आज प्रबल आवश्यकता है। देशभर के राज्यों से दीदियां सरस मेले में हैं, जो भारत की प्रबल पहचान हैं। देशभर से आईं बहनें कितनी ईमानदारी और मेहनत के साथ काम करती हैं यह आपको इनके द्वारा हस्त निर्मित उत्पादों को देखकर-खरीदकर पता लग जाएगा। यहां आई कोई बहन आसाम की हो या केरल की इनके उत्पाद आपके द्वारा खरीदने से इनके घर में रोशनी आएगी, खुशहाली आएगी। सरस मेला बहनों को आत्मनिर्भर बनाने का एक प्लेटफॉर्म है।
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इस अवसर पर ग्रामीण विकास के अपर सचिव चरणजीत सिंह ने कहा कि यहां नोएडा हाट में आगमन पर मैं देशभर के राज्यों से आई सभी बहनों का स्वागत करता हूं। साथ ही आपके द्वारा निर्मित उत्पादों में आप तरक्की करें ये प्रार्थना करता हूं। उन्होंने कहा कि आज हर क्षेत्र में देश की प्रगति में महिलाओं की अहम भूमिका है। सरकार का यही सपना है कि भारत हर क्षेत्र में आत्मनिर्भर हो। इसी पहल को आगे बढ़ाते हुए महिला सशक्तिकरण पर जोर दिया जा रहा है। स्वदेशी वस्तुओं को अपनाने से भी विकास का रास्ता खुलता है। सरस मेला इसका जीता जागता उदाहरण है।
मंत्रालय की संयुक्त सचिव स्वाति शर्मा ने अपने संबोधन में कहा कि हमारे देश के राज्यों की संस्कृति और उत्पादों की गुणवत्ता को दर्शाता है यह सरस आजीविका मेला। सरकार का प्रयास है कि हर ग्रामीण महिलाध्दीदी का अपना स्वरोजगार हो, ताकि वो अपने पैरों पर खड़ी हो सकें। प्रधानमंत्री ने भी कहा था कि हमारे देश की बहनें जो उत्पाद तैयार करती हैं, उनकी गुणवत्ता परखें। ग्रामीण परिवेश की बहने किस प्रकार अपने परिवार के साथ समाज और देश के विकास में भूमिका निभा रही हैं। उन्होंने कहा मंत्रालय का लक्ष्य है कि हर बहन की सालाना बचत एक लाख रुपये हो। इसके लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं।
डीएम मनीष वर्मा ने भी महिलाओं की भूमिका पर अहम बातें बोली। श्री वर्मा ने कहा कि 16 फरवरी से 04 मार्च तक आयोजित होने वाला यह सरस आजीविका मेला स्वयं में विविधता में एकता की एक अनूठी मिसाल है। यहां देश के विभिन्न राज्यों से आईं बहनें एक साथ अपने उत्पादों का न सिर्फ प्रदर्शन कर रही हैं, बल्कि एक साथ खाना खा रही हैं, एक साथ रह रही हैं।
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इस अवसर पर मुख्य रूप से ग्रामीण विकास मंत्रालय की संयुक्त सचिव स्मृति शरण, सलाहकार तनुजा थालको, नोएडा प्राधिकरण के एसीईओ सतीश पाल राष्ट्ीय ग्रामीण विकास और पंचायती राज संस्थान (एनआईअरडीपीआर)के सहायक निदेशक चिरंजी लाल कटारिया सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे। मंत्रालय के सचिव के साथ सभी ने यहां मेले में सभी राज्यों के स्टाल पर जाकर उनके उत्पादों को सराहा तथा सभी से कुशलक्षेम पूछी।
16 फरवरी से 04 मार्च 2024 तक चलने वाले इस उत्सव में नोएडा के नोएडा हाट में मौजूद करीब 29 राज्यों के 400 से अधिक महिला शिल्प कलाकार, जो परंपरा, हस्तकला एवं ग्रामीण संस्कृति तथा स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी हैं, इसके साथ ही 85 से ज्यादा सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होंगे। सरस मेले वर्ष 1999 से निरंतर आयोजित हो रहे हैं। इन मेलों के माध्यम से लाखों महिलाओं के जीवन स्तर में सुधार हुआ है। यही नहीं स्थानीय स्तर पर भी मेले में इस बार हैंडलूम तथा हैंडीक्राफ्ट के उत्पाद शामिल किए गए है, जो लोगों को आकर्षित कर रहे हैं। बच्चों के खेलकूद व मनोरंजन के लिए भी संसाधन मौजूद हैं। इंडिया फूड कोर्ट सरस आजीविका मेले में आकर्षण का केंद्र बना है। जिसमें देशभर के विभिन्न राज्यों के व्यंजन परोसे जा रहे हैं। इस बार महत्त्वपूर्ण इंडिया फूड कोर्ट में देश भर के 20 राज्यों की 80 गृहणियों के समूह ने अपने प्रदेश के प्रसिद्ध क्षेत्रीय व्यंजनों के स्टाल लगाए हैं, जिसमें हर प्रदेश के क्षेत्रीय व्यंजनों के स्वाद का अनोखा आनंद प्राप्त होगा। मेले में शाम को पंजाबी गायक जस्सी गिल तथा बब्बल राय ने लाइव कॉन्सर्ट में अपने गीतों से समां बांध दिया।