प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज यानी रविवार को अमृत भारत स्टेशन योजना को वर्चुअली लॉन्च कर दिया है। इसके तहत देशभर के 1309 रेलवे स्टेशनों को री-डेवलप किया जाएगा। प्रोजेक्ट के पहले फेस में 508 स्टेशनों को शामिल किया गया है। कुल 507 स्टेशन देश के 27 राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों में हैं। पहले फेज में बिहार में 49, महाराष्ट्र में 44, पश्चिम बंगाल में 37, असम में 32, ओडिशा में 25, पंजाब में 22 और गुजरात-तेलंगाना में 21-21 स्टेशनों को विकसित किया जाएगा। वहीं झारखंड में 20, आंध्र प्रदेश-तमिलनाडु में 18-18 स्टेशन, हरियाणा में 15 और कर्नाटक में 13 स्टेशनों को कायाकल्प की जाएंगी। इसमें कुल 24,470 करोड़ रुपए खर्च होंगे।
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पीएम ने कहा कि 4500 करोड़ से 55 स्टेशन री-डेवलप होंगे। इससे देश के सभी राज्यों को लाभ मिलेगा। उत्तर प्रदेश में करीब 4500 करोड़ रुपए के खर्च से 55 अमृत स्टेशनों को विकसित किया जाएगा। राजस्थान के भी 55 रेलवे स्टेशन दोबारा बनेंगे। उन्होंने आगे कहा कि दक्षिण अफ्रीफा, यूक्रेन, पोलैंड, यूके और स्वीडन जैसे देशों में जितना रेल नेटवर्क है, उससे ज्यादा रेल ट्रैक हमारे देश में पिछले 9 सालों में बिछाए गए हैं। साउथ कोरिया, न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में जितना टोटल रेलवे ट्रैक है, उससे अधिक रेलवे ट्रैक भारत में सिर्फ पिछले साल में बिछाए गए हैं। नॉर्थ रेलवे के जीएम शोभन चैधरी ने बताया कि अगले 30 सालों की जरूरतों को ध्यान में रखकर स्टेशनों के री-डेवलेपमेंट का काम किया जाना है। इस योजना के तहत रेलवे स्टेशनों को सिटी सेंटर के रूप में डेवलप किया जाएगा। इस योजना के तहत अभी मध्य प्रदेश में रानी कमलापति, गुजरात में गांधीनगर और कर्नाटक में सरएम विश्वेश्वरैया रेलवे स्टेशन का आधुनिकरण किया जा चुका है।