Noida News: ग्राम गढ़ी शहदरा विकास समिति के अध्यक्ष सुभाष भाटी ने गांव की मूलभूत समस्याओं को उठाते हुए सफाई व्यवस्था में बड़ा घोटाला उजागर करने का आरोप लगाया है। उन्होंने बताया कि प्राधिकरण के ठेकेदार द्वारा सफाई कर्मचारियों की संख्या कागजों में अधिक दिखाई जाती है, जबकि वास्तविकता में आधे कर्मचारी ही काम पर आते हैं। बाकी कर्मचारियों का वेतन आपस में बाँट लिया जाता है।
सुभाष भाटी ने कहा कि गढ़ी और शहदरा गांवों में कुल 28 सफाई कर्मचारी तैनात दिखाए गए हैं, लेकिन प्रतिदिन 7-8 कर्मचारी गैरहाजिÞर रहते हैं या फिर नाम मात्र के लिए दर्ज हैं। आरोप है कि कई कर्मचारी केवल फोटो खिंचवाकर छुट्टी कर लेते हैं। शिकायत के बावजूद प्राधिकरण और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। उन्होंने यह भी बताया कि गांव में कूड़ा उठाने वाली गाड़ियां समय से नहीं आतीं। ड्राइवर प्राइवेट होटलों से पैसे लेने में व्यस्त रहते हैं, जिसके कारण गांवों की अनदेखी की जाती है। यही हाल अन्य गांवों का भी है, जहां गाड़ियां केवल उन्हीं स्थानों पर जाती हैं, जहां से उन्हें लाभ मिलता है। सीवर व्यवस्था पर भी उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि गांव में करीब 15 साल पहले सीवर डाली गई थी, लेकिन अब तक मुख्य लाइन से नहीं जोड़ी गई है। इस कारण गांव में जगह-जगह सीवर ओवरफ्लो की समस्या बनी रहती है। कई बार लिखित शिकायतों के बावजूद अधिकारी समाधान की दिशा में कदम नहीं उठा रहे। सुभाष भाटी ने कहा कि ग्रामीणों की ही जमीनों पर नोएडा शहर बसा है, लेकिन आज ग्रामीण सबसे ज्यादा विकास से वंचित हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि समस्याओं का समाधान नहीं हुआ तो वे इस मामले को मुख्यमंत्री तक ले जाएंगे।

