Noida News। सेक्टर-78 स्थित एक बिल्डर कंपनी ने फर्जीवाड़ा कर लेबर सेस के 50 लाख रुपये का भुगतान अपने खाते में कर लिया। बिल्डर को निर्माण लागत की एक प्रतिशत राशि श्रम विभाग में जमा करनी थी, लेकिन बिल्डर ने नहीं जमा किया। मामले में प्राधिकरण के नियोजन विभाग ने सेक्टर-113 थाने में शिकायत करते हुए एफआईआर दर्ज कराने की मांग की है।
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प्राधिकरण के अधिकारी ने बताया कि सेक्टर-78 में बिल्डर कंपनी को 2010 में जमीन आवंटित की गई थी। आवंटी ने इसी वर्ष भवन का नक्शा पास कराया। अगस्त 2012 में इस प्लॉट का संशोधित नक्शा भी पास कराया गया। आवंटी संस्था ने दिसंबर 2014 में परियोजना का काम पूरा करने के बाद ऑक्यूपेंसी सर्टिफिकेट (ओसी) लेने के लिए आवेदन किया। ओसी लेने के लिए बिल्डर ने दिसंबर 2017 को जमा कराए गए पत्र के साथ लेबर सेस के मद में यूपी बिल्डिंग एंड अदर्स कंस्ट्रक्शन वर्कर वेलफेयर बोर्ड के पक्ष में बैंकर्स चेक की तीन फोटो कॉपी प्राधिकरण में प्रस्तुत की गई। इसमें 25 लाख, 10 लाख और 15 लाख रुपये की बैंकर्स चेक के तीन फोटो कॉपी अलग-अलग तिथियों में पेश की गई। इसी क्रम में प्राधिकरण ने दिसंबर 2017 में आंशिक और अप्रैल 2018 में अंतिम ओसी जारी कर दी, लेकिन बिल्डर ने तीनों बैंकर्स चेकों को अपने खाते में जमा कराते हुए भुगतान ले लिया।
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प्राधिकरण के अधिकारियों के मुताबिक इसका सत्यापन एचडीएफसी बैंक की सेक्टर-18 शाखा ने अपने 16 अगस्त 2023 के पत्र के माध्यम से किया है। अधिकारियों का आरोप है कि आवंटी संस्था ने कूटरचित तरीके से फर्जी दस्तावेज बनाकर उनका दुरुपयोग किया है। साथ ही बिल्डर की ओर से धोखाधड़ी करते हुए लेबर सेस राजकीय कोष में जमा न कर उक्त धन का गबन किया गया है। इस मामले में प्राधिकरण के CEO लोकेश एम. ने 28 अगस्त को एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए। प्राधिकरण के नियोजन विभाग की ओर से थाने में बिल्डर संस्था के तीन निदेशकों के खिलाफ शिकायत दी गई है।
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