Noida Farmers Movement: दिल्ली कूच को किसान तैयार, पुलिस ने बंद किये ये रास्ते

Noida Farmers Movement: प्राधिकरण से बात न बनने पर अब 23 फरवरी को किसानों की दिल्ली कूच की तैयारी है। इसको लेकर नोएडा के अधिकांश किसान संगठन एक मंच पर आ गए है। इसने पुलिस की नींद उड़ा दी है। पुलिस ने किसानों को रोकने के लिए कई रास्ते बंद करने की योजना बनाई है। जिसमें मुख्य रूप से चिल्ला बार्डर, कालिंदीकुज बार्डर के साथ साथ एक्सप्रेस वे के कई रास्ते बंद हो सकते है। बता दें कि किसान संयुक्त मोर्चा के बैनर तले यह आंदोलन किया जा रहा है।

यह भी पढ़े : पहाड़ों पर बर्फबारीः बदरीनाथ-केदारनाथ में तीन फीट जमी, मैदानी इलाकों में ठंडी हुई हवा

इससे पहले मंगलवार को किसानों को मनाने के लिए नोएडा प्राधिकरण के सीईओ डॉ लोकेश एम व जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा और एसीईओ संजय खत्री की अगुआई में एक बैठक की गई। यह बैठक करीब तीन घंटे चली, लेकिन कोई भी परिणाम नहीं निकल सका। किसानों ने कहा कि अधिकारियों से कहा कि आपने हाई पावर कमेटी बनाने के लिए आपने समय मांगा था। हमने दिया। अब तक हाई पावर कमेटी नहीं बनी और न ही लिखित में आश्वासन दिया जा रहा है। ऐसे में दिल्ली कूच ही हमारे पास विकल्प बचा है। वहीं, भारतीय किसान परिषद ने नोएडा के 81 गांवों में जन जागरण अभियान चलाया।

 

 

उन्होंने गांवों में जाकर अपना हक लेने की बात कही। दिल्ली चलने के नारे को बुलंद किया। भारतीय किसान परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखबीर खलीफा ने बताया कि अधिकारियों को बताया गया कि उनकी जमीन का अधिग्रहण 15-20 वर्ष पहले हो चुका है। प्राधिकरण कब्जा ले चुका है, लेकिन आज तक भी उसके सापेक्ष मूल प्लाट नहीं मिले हैं। कुछ किसान उच्चतम न्यायालय से 10 परसेंट के प्लाट के केस जीत चुके हैं, उनको भी प्लाट नहीं मिला है।

यह भी पढ़े : पायलट प्रोजेक्ट सफल हुआ तो नोएडा में ले सकेंगे नाइट लाईफ का मजा, ये है पूरी योजना

 

यहां रहेगी पुलिस की सख्ती
दिल्ली पुलिस की सख्ती से सेक्टर-14ए स्थित चिल्ला बॉर्डर, डीएनडी बॉर्डर, कालिंदी कुंज बॉर्डर पर व्यस्त समय में यातायात का दबाव रहा। सुबह आठ बजे से 11 बजे के बीच दिल्ली जाने वालों को परेशानी का हुई।दफ्तर, स्कूल, कॉलेज, फैक्ट्री जाने वालों को दिल्ली पहुंचने से पहले मशक्कत करनी पड़ी। किसानों के दिल्ली कूच के मद्देनजर 13 फरवरी से नोएडा-दिल्ली की सीमाओं पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। दिल्ली-नोएडा के सभी बॉर्डर पर बैरिकेडिंग की व्यवस्था की गई है।

Noida Farmers Movement:

यहां से शेयर करें