Health News: मेट्रो अस्पताल ने 55 वर्षीय पेरालाइज्ड युवक को नया दिया जीवन
1 min read

Health News: मेट्रो अस्पताल ने 55 वर्षीय पेरालाइज्ड युवक को नया दिया जीवन

Health News:  मेट्रो अस्पताल नोएडा में 55 वर्षीय एक ऐसे मरीज का सफल इलाज किया गया है जिनके पैरों में पैरालिसिस के कई अटैक पड़ गए थे। अटैक का ये सिलसिला 6 महीने से चल रहा था। यूपी के इस मरीज को दोनों पैरों में जब 3 अलग-अलग पैरालिसिस अटैक पड़े, उसके बाद मरीज को नोएडा के मेट्रो अस्पताल लाया गया। जहां मरीज की गहन जांच-पड़ताल की गई। एमआरआई  स्कैन, लम्बर पंचर  या सीएसएफ स्टडी, स्पेसिफिक ब्लड टेस्ट और एक वीईपी  टेस्ट कराया गया।

यह भी पढ़े : Article 370: सुप्रीम कोर्ट ने जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन को संविधान सम्मत करार दिया

मेट्रो अस्पताल, नोएडा में इस मरीज का इलाज करने वाली, न्यूरोलॉजी विभाग की सीनियर कंसलटेंट डॉक्टर पूजा कुशवाह ने बताया कि “हमारी एक्सपर्ट मेडिकल टीम ने जांच-पड़ताल से मरीज में डिमाइलेटिंग डिसआॅर्डर नामक न्यूरोलॉजी बीमारी का पता लगाया। इस बीमारी का समय रहते इलाज किया जाए तो मरीज पूरी तरह ठीक हो जाता है। दरअसल यह बीमारी (डिमाइलेटिंग डिसआॅर्डर) अक्सर शरीर के विभिन्न हिस्सों में पैरापेरेसिस, क़्वाड्रीपेरिसिस, विजन लॉस और झनझनाहट या सुन्नता जैसे लक्षणों के साथ बार-बार अटैक के रूप में सामने आती है। इन मामलों में समय रहते निदान से न केवल इलाज आसान हो जाता है बल्कि मरीज को गंभीर विकलांगता से बचाया जा सकता है।

यह भी पढ़े : New Delhi: मोदी ने प्रणब मुखर्जी को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की

डॉक्टर पूजा कुशवाह ने बताया कि मरीज के रोग की पुष्टि हो गई थी और उस हिसाब से लगातार पांच दिन तक उसे एक विशेष प्रकार का इंजेक्शन दिया गया। इस ट्रीटमेंट से मरीज की कमजोरी में काफी सुधार हुआ, जिससे उसे मूवमेंट करने में मदद मिली। इसके अलावा, हमने भविष्य के पैरापेरेसिस अटैक को रोकने के लिए भी एक ट्रीटमेंट प्लान बनाया, जिस पर रोगी और उसके परिवार के साथ चर्चा की गई। मरीज की बाद में फिजियो थेरेपी भी शुरू की गईं। अब मरीज खुद से चल सकता है और फोली कैथेटर भी हटा दिया गया है।

मेट्रो ग्रुप आॅफ हॉस्पिटल्स की डायरेक्टर व न्यूरोसाइंसेज की एचओडी डॉक्टर सोनिया लाल गुप्ता ने कहा, समय पर इस बीमारी का निदान और टारगेटेड इलाज, रोग को ठीक करने, रिकवरी को बेहतर करने और जीवन की क़्वालिटी सुधारने में महत्वपूर्ण है। यह मामला जागरूकता की महत्वपूर्ण भूमिका को दिखाता है और इससे पता चलता है कि समय पर इलाज कितना जरूरी होता है। मैं जनता से अनुरोध करुँगी कि वे शुरूआती न्यूरोलॉजिकल लक्षणों के बारे में सतर्क रहें, और समय पर निदान कराकर बीमारी का तुरंत इलाज कराएं।

यहां से शेयर करें