Meerut News:मेरठ की चैधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी में 3 दिवसीय आयुर्वेद पर्व का सीएम योगी अदित्यानाथ, उपराष्ट्रपति जगदीप धनकड़ और गवर्नर आनंदीबेन पटेल ने शुभारंभ किया। इसमें देशभर के 300 से ज्यादा आयुर्वेदाचार्य और 1200 छात्र-छात्राएं शामिल हुए।
प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी ने कहा, कोरोना के समय में आयुर्वेद का महत्व सब समझ चुके हैं।
अब उत्तर प्रदेश में अपना आयुष विश्वविद्यालय है। मैंने एक दफा आयुर्वेद के 100 छात्रों से पूछा कि आयुर्वेद में क्यों आए हो? जवाब में उन्होंने कहा एलोपैथी में प्रवेश नहीं मिला इसलिए मजबूरन आयुर्वेद में आए हैं। योगी ने कहा कि आयुर्वेद की शिक्षा यानी डिग्री एक काम अनेक। एक आयुर्वेद डॉक्टर कई प्रकार से रोजगार पा सकता है। आज आयुर्वेद डॉक्टर्स के लिए सरकारी नौकरी है। वो चाहे तो हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर खोल सकता है। आयुष का चलन फिर बढ़ गया है।
ये भी पढ़े:Noida Traffic:दिल्ली से कैसे हो मुकाबला व्यवस्थाएं अधूरी मंशाएं पूरी
Meerut News:इस दौरान योगी ने कहा कि आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति अब दुनिया में छाने की स्थिति में हैं। आयुर्वेद के विशेषज्ञों ने बहुत शानदार काम किया है। योगी ने मंच से देश के नामचीन वैद्यों का भी नाम लिया। मेरठ के हकीम सैफुद्दीन का भी जिक्र किया। राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने कहा कि आयुर्वेद का प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। आयुर्वेद सर्वे भवन्तु सुखिनरू के दर्शन पर आधारित है। भारत आयुर्वेद का मूल स्थल है।
हमारा योग आज विश्व अपना रहा है। केंद्र सरकार के आयुष मंत्रालय और आयुष संबंधित तमाम योजनाओं की मदद से युवा स्टार्टअप में भी आयुर्वेद अब अपनी जगह बना रहा है। वहीं उपराष्ट्रपति जगदीप धनकड़ ने छात्रों को सबोधित करते हुए कहा कि आयुर्वेद में आग जाने की अधिक संभावनाएं है। कुछ ऐसी बीमारियां है जिनका इलाज आयुर्वेद में ही संभव हो पा रहा है। यह इलाज की सबसे पूरी पदति है।