जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में शनिवार को हुए भूस्खलन में चार लोगों की जान चली गई। वहीं इस घटना में 6 लोगों के घायल होने की खबर है। अधिकारियों ने जानकारी दी, मलबे के नीचे दबे चार लोगों के मारे जाने की आशंका है, जबकि किश्तवाड़ में निर्माणाधीन रैटल जलविद्युत परियोजना के स्थल पर भूस्खलन के बाद 6 घायलों को बचा लिया गया है।
अधिकारियों ने कहा, जब इलाके में भूस्खलन हुआ तो एक जेसीबी मशीन समेत उसके चालक और मजदूरों के साथ सभी मलबे में दब गए। घायलों को डोडा जिले के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटनास्थल पर राहत और बचाव अभियान जारी है। वहीं जम्मू और कश्मीर के किश्तवाड़ के उपायुक्त देवांश यादव ने जानकारी दी कि रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा कर लिया गया है। कुल चार शव और छह घायलों को बचाया गया है।
Jammu and Kashmir | One JCB driver died in a landslide at the site of the under-construction Ratle Power Project. The rescue team, deputed to the site after the incident, also got trapped under the debris. Rescue operation going on: Devansh Yadav, Deputy Commissioner, Kishtwar pic.twitter.com/gkthn2pUcl
— ANI (@ANI) October 29, 2022
संपर्क मार्ग के निर्माण का चल रहा था काम
अधिकारियों ने बताया कि रतले क्षेत्र में हुई इस घटना में 6 लोग घायल हो गए। किश्तवाड़ के उपायुक्त देवांश यादव ने बताया कि मजदूर रतले बिजली परियोजना स्थल के पास संपर्क मार्ग के निर्माण का काम कर रहे थे और एक जेसीबी मशीन खुदाई कर रही थी, तभी एक बड़ा पत्थर लुढ़क गया, जिससे मजदूर फंस गए। उन्होंने बताया कि तुरंत बचाव अभियान शुरू किया गया और 6 लोगों को मलबे से बाहर निकाला गया और अस्पताल ले जाया गया। घटना में 4 लोगों की मौत हो गई।
केंद्रीय मंत्री ने लिया घटना का संज्ञान
केंद्रीय मंत्री और जम्मू कश्मीर के उधमपुर से सांसद जितेंद्र सिंह ने कहा कि रतले बिजली परियोजना स्थल पर भूस्खलन की सूचना मिलने के बाद उन्होंने उपायुक्त यादव से बात की। सिंह ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘हादसे में जेसीबी चालक की मौके पर ही मौत हो गई। घटनास्थल पर तैनात करीब छह लोगों का बचाव दल भी दुर्भाग्य से मलबे में फंस गया है।’’ मंत्री ने कहा कि फंसे लोगों को निकालने के हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘हर संभव सहायता प्रदान की जा रही है। मैं जिला प्रशासन के साथ लगातार संपर्क में हूं।’’