Jewar News : जेवर एयरपोर्ट के पास बनेगी 6554 हेक्टेयर में देश की पहली एयरोट्रोपोलिस सिटी
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Jewar News : जेवर एयरपोर्ट के पास बनेगी 6554 हेक्टेयर में देश की पहली एयरोट्रोपोलिस सिटी

Jewar News : गौतमबुद्ध नगर के जेवर में बन रहे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट जेवर (Noida International Airport Jewar) के पास 6,554 हेक्टेयर में एयरोट्रोपोलिस सिटी विकसित की जाएगी। इसमें घर, ऑफिस, उद्योग, स्कूल, शॉपिंग कॉम्प्लेक्स सब कुछ होगा। यह सिटी एयरपोर्ट के नजदीक होगी, इसलिए यहां हाइराइज इमारतें नहीं बनेंगी। यह अपनी तरह का अलग तरह का शहर होगा। यमुना विकास प्राधिकरण के बोर्ड ने मास्टर प्लान-2041 को मंजूरी दे दी है। मास्टर प्लान में नोएडा एयरपोर्ट के पास एयरोट्रोपोलिस सिटी विकसित करने का प्रावधान किया गया है। एरोट्रोपोलिस का बुनियादी ढांचा, भूमि उपयोग एवं अर्थव्यवस्था एयरपोर्ट पर केंद्रित होगी। दिल्ली की एयरोसिटी की तर्ज पर इसका विकास होगा, लेकिन यह उससे काफी बड़ी और अलग होगी।

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यमुना प्राधिकरण सीईओ अरुण वीर सिंह (Arun Veer Singh, CEO Yamuna Authority), ”नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट जेवर (Noida International Airport Jewar) के पास 6,554 हेक्टेयर में एयरोट्रोपोलिस सिटी विकसित की जाएगी। इसमें घर, आफिस, उद्योग, स्कूल और शॉपिंग कॉम्प्लेक्स सब कुछ होगा।” एरोट्रोपोलिस का बुनियादी ढांचा, भूमि उपयोग और अर्थव्यवस्था एयरपोर्ट पर केंद्रित होगी। दिल्ली की एयरोसिटी की तर्ज पर इसका विकास होगा, लेकिन यह उससे काफी बड़ी और अलग होगी। यमुना विकास प्राधिकरण इसे विश्वस्तरीय सुविधायुक्त बनाएगा। एयरोट्रोपोलिस सिटी में आवासीय, औद्योगिक, कॉमर्शियल और संस्थागत गतिविधियां एकसाथ होंगी। इसमें लॉजिस्टिक गतिविधियां, मनोरंजन, व्यावसायिक क्षेत्र, वाणिज्यिक और सहायक गतिविधियां शामिल होंगी। एयरपोर्ट और शहर के लिए स्वास्थ्य सुविधाओं की जरूरत होती है। एयरपोर्ट के शहर के किनारे के विकास में स्वास्थ्य देखभाल सुविधाओं के लिए एक क्षेत्र होगा। ये एयरोट्रोपोलिस के लिए प्रस्तावित व्यापक गतिविधियां हैं। हालांकि, प्राधिकरण भविष्य में अन्य गतिविधियों को जोड़ने का निर्णय ले सकता है।

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क्या होता है एयरोट्रोपोलिस
एयरोट्रोपोलिस एक महानगरीय उपसमूह होता है। जिसका बुनियादी ढांचा, भूमि उपयोग और अर्थव्यवस्था एक हवाईअड्डे पर केंद्रित होते हैं। मतलब, हवाईअड्डे और उसके साथ संचालित होने वाली तमाम गतिविधियां एयरोट्रोपोलिस का हिस्सा होती हैं। यह शब्द एयरो और मेट्रोपोलिस से होकर बना है, जो उड्डयन और महानगर शब्दों को एक साथ जोड़ता है। एयरोट्रोपोलिस शब्द का सबसे पहले इस्तेमाल न्यूयॉर्क के वाणिज्यिक कलाकार निकोलस डेसेंटिस ने किया था। न्यूयॉर्क शहर की ऊंची आसमान को छूने वाली इमारतों के साथ हवाईअड्डे का चित्र डिसेंटिस ने बनाया और उसे नवंबर 1939 में लोकप्रिय पत्रिका ‘साइंस’ के अंक में प्रकाशित किया गया था।

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क्या होगा इस शहर का आधार
नोएडा एयरोट्रोपोलिस मुख्य रूप से एमएसएमई, सिविल एविएशन और कृषि क्षेत्रों में आर्थिक गतिविधियों की शुरुआत करेगा। इस एयरपोर्ट के आसपास के जिलों में छोटे-बड़े उद्योगों के साथ ही कृषि क्षेत्र से जुड़ी गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा। इसके अलावा एजुकेशन, मेडिकल टूरिज्म, फ़िल्म मेकिंग, टूरिज्म-कल्चर एंड हेरिटेज, टॉय मेकिंग, आईटी-आईटीएस और लॉजिस्टिक्स इस एयरोट्रोपोलिस की आर्थिक गतिविधियां होंगी।

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चार नए शहर बसेंगे
यमुना प्राधिकरण एक्सप्रेसवे के किनारे चार नए शहर बसाएगा। ये तीनों शहर अलीगढ़, मथुरा और आगरा जिले की सीमा में बसाए जाएंगे। चौथा शहर नोएडा अथॉरिटी बसाएगी। यह नया शहर गौतमबुद्ध नगर और बुलंदशहर जिले के 80 गांव में विकसित होगा। इन चारों शहरों की डीपीआर बनाई जा रही हैं।

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ये गतिविधियां होंगी
इस शहर में इनोवेशन सेंटर, टेक ऑफिस, सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क, आरएनडी सेंटर, शॉपिंग सेंटर, वेयर हाउस, होटल, सिविल अपार्टमेंट, रिक्रेशनल ग्रीन, एंटरटेनमेंट हब आदि होगा। एयरपोर्ट और शहर-साइड विकास के मुख्य घटक में कार्यालय पार्क और कार्यालय गलियारे होंगे।

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इस तरह भूउपयोग होगा
श्रेणी भूउपयोग      (प्रतिशत में)
व्यावसायिक            5
मिक्स लैंड यूज        6
औद्योगिक             5.5
रोड                         16
संस्थागत               1.25
पार्क                       2.17
ग्रीन बेल्ट              3.32

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