भारत को मिला अमेरिका का साथ, आतंकवाद के खात्मे के लिए शुरू होगा अभियान

कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत लगातार कार्रवाई कर रहा है। अब भारत को अमेरिका का साथ भी मिल गया है। अमेरिका आतंकवाद को खत्म करने के लिए भारत के साथ खड़ा है। बता दें कि पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान को इसका जोरदार जवाब दिया जाए। सिंधु जल समझौते को स्थगित करने, एयर स्पेस बंद करने जैसे कई बड़े फैसलों के बाद अब भारत दो बड़े कदम उठाने पर विचार कर रहा है। ये दोनों कदम पाकिस्तान की मुश्किलों में इजाफा करेंगे।

भारत का पहला कदम यह है कि पाकिस्तान को एफएटीएफ में फिर से ग्रे लिस्ट में वापस लाया जाए। एफएटीएफ आतंकवाद को होने वाली मनी लॉड्रिंग और टेरर फाइनेंसिंग पर नजर रखती है।
बताना होगा कि पाकिस्तान को जून, 2018 में एफएटीएफ की ‘ग्रे लिस्ट‘ में डाल गया था दिया गया था और अक्टूबर 2022 तक यह मुल्क इसी लिस्ट में था। पाकिस्तान के ‘ग्रे लिस्ट’ में रहने से वहां से भारत आने वाली (विशेषकर जम्मू-कश्मीर में) अवैध रकम को रोकने में मदद मिलती है।

भारत का दूसरा कदम
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा को यानी आइएमएफ की बोर्ड की आगामी बैठक में पाकिस्तान के खिलाफ आपत्ति जताने पर विचार कर रहा है। जुलाई, 2024 में प्डथ् ने पाकिस्तान के साथ तीन साल के लिए 7 बिलियन डॉलर के सहायता पैकेज पर सहमति जताई थी। भारत की दलील है कि पाकिस्तान उसे मिलने वाले इस पैसे का इस्तेमाल आतंकी गतिविधियों के लिए करता है।

हालांकि ऐसा करना भारत के लिए आसान नहीं होगा। भारत को इसके लिए सदस्य देशों का समर्थन जुटाना होगा। एफएटीएफ में 40 सदस्य देश हैं। पहलगाम हमले के बाद एफएटीएफ के 23 सदस्य देशों ने नई दिल्ली को शोक संदेश भेजे थे।

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