भारत-चीन के बीच सीधी उड़ानें फिर शुरू, रिश्तों में फिर से गर्माहट का मिला संकेत

India/China News: दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं, भारत और चीन के बीच रिश्तों में सुधार के संकेत देते हुए पांच साल के लंबे अंतराल के बाद सीधी उड़ानें फिर से शुरू हो गई हैं। रविवार रात कोलकाता के नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरलाइंस (इंडिगो) की पहली सीधी उड़ान ग्वांगझोउ के लिए रवाना हुई, जो दोनों देशों के बीच हवाई संपर्क बहाल करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।

इंडिगो की फ्लाइट 6E 1703 ने स्थानीय समयानुसार रात 9:53 बजे कोलकाता से उड़ान भरी और लगभग तीन घंटे 45 मिनट की यात्रा के बाद चीन के दक्षिणी शहर ग्वांगझोउ पहुंची। इस उड़ान में 176 यात्री सवार थे, जो लगभग पूरी क्षमता के साथ उड़ी। कोलकाता हवाई अड्डे के निदेशक प्रावत रंजन बुरिया ने बताया कि यह उड़ान सफल रही और यात्रियों ने इसे “सुविधाजनक और आसान” बताया।

चीन के दूतावास के प्रवक्ता यू जिंग ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए कहा, “चीन और भारत के बीच सीधी उड़ानें अब हकीकत बन गई हैं।” उन्होंने इसे दोनों देशों के बीच लोगों के संपर्क को मजबूत करने वाला कदम बताया। भारत सरकार ने भी कहा कि यह कदम द्विपक्षीय आदान-प्रदान के धीरे-धीरे सामान्य होने की दिशा में एक प्रयास है।

यह विकास कोविड-19 महामारी के कारण 2020 में बंद हुई उड़ानों को फिर से शुरू करने का परिणाम है, जो सीमा विवाद के कारण लंबे समय तक ठप रहीं। 2020 में गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प के बाद, जिसमें 20 भारतीय सैनिक शहीद हुए थे, दोनों देशों के बीच तनाव चरम पर था। लेकिन हाल के वर्षों में सैन्य डिसएंगेजमेंट समझौते और उच्च स्तरीय संवादों ने रिश्तों को सुधारने में मदद की।

अक्टूबर की शुरुआत में भारत के विदेश मंत्रालय ने घोषणा की थी कि सर्दियों के शेड्यूल के तहत अक्टूबर के अंत तक निर्दिष्ट शहरों के बीच सीधी उड़ानें बहाल की जाएंगी। इंडिगो ने 2 अक्टूबर को प्रेस रिलीज जारी कर कोलकाता-ग्वांगझोउ रूट पर दैनिक उड़ानें शुरू करने की पुष्टि की, जो एयरबस A320neo विमानों से संचालित होंगी। कंपनी के सीईओ पीटर एल्बर्स ने कहा, “हम मुख्यभूमि चीन के साथ सीधी कनेक्टिविटी बहाल करने वाले पहले एयरलाइनों में से एक होने पर गर्व महसूस कर रहे हैं।”

इसके अलावा, इंडिगो 10 नवंबर से दिल्ली-ग्वांगझोउ के बीच भी दैनिक उड़ानें शुरू करेगी। चीन ईस्टर्न एयरलाइंस 9 नवंबर से शंघाई-दिल्ली रूट पर सेवाएं देगी। सूत्रों के अनुसार, एयर इंडिया भी वर्ष के अंत तक दिल्ली-शंघाई रूट पर उड़ानें शुरू करने की योजना बना रही है। इन रूटों से व्यापार, पर्यटन और रणनीतिक सहयोग को बढ़ावा मिलेगा, खासकर जब चीन भारत का सबसे बड़ा द्विपक्षीय व्यापारिक साझेदार है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सितंबर 2025 में सात साल बाद चीन यात्रा और राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ उनकी बैठक ने इस प्रक्रिया को गति दी। दोनों नेताओं ने वैश्विक टैरिफ अनिश्चितताओं के बीच व्यापार संबंधों को मजबूत करने पर चर्चा की। पर्यवेक्षकों का मानना है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की नीतियों के कारण दोनों देश एक-दूसरे के करीब आ रहे हैं।
यात्रियों और व्यापारियों ने इस कदम का स्वागत किया है।

ग्वांगझोउ पहुंचने वाले एक भारतीय व्यापारी ने कहा, “यह न केवल समय बचाएगा, बल्कि दोनों देशों के बीच विश्वास को भी मजबूत करेगा।” हालांकि, विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि सीमा मुद्दों पर स्थायी समाधान ही लंबे समय तक शांति सुनिश्चित करेगा।

यह बहाली न केवल हवाई संपर्क को बहाल करती है, बल्कि एशिया की दो महाशक्तियों के बीच नई शुरुआत का प्रतीक भी है। आने वाले महीनों में और रूटों की घोषणा से यात्रा और आसान हो जाएगी।

यह भी पढ़ें: 48 वर्षीय सीईओ की मीटिंग में चेहरा लाल, अचानक बढ़ी गर्मी की लहर: अमेरिका की नई मेनोपॉज दवा से महिलाओं को मिली उम्मीद, तीन स्त्री रोग विशेषज्ञों की राय

यहां से शेयर करें