Delhi News: नई दिल्ली। देशभर के राजकीय विद्यालयों में स्थाई नियुक्ति की मांग को लेकर विभिन्न राज्यों के योग शिक्षकों ने राष्ट्रीय योग शिक्षक महासंघ के बैनर तले शनिवार को यहां जंतर मंतर पर प्रदर्शन किया। इनका कहना है कि विगत कई वर्षों से स्थाई नियुक्ति का सरकार द्वारा आश्वासन मिलने के बावजूद आज तक नियुक्तियों का शासनादेश जारी नहीं हुआ है। इससे निराश होकर देश भर से योग शिक्षकों ने आज दिल्ली के जंतर मंतर पर यह प्रदर्शन किया है। राष्ट्रीय योग शिक्षक महासंघ के मीडिया प्रभारी शिव शंकर नौटियाल ने बताया कि योग शिक्षकों की मांगें सरकार पूरा नहीं कर रही है, इसलिए उन्होंने शिक्षामंत्री को फिर पत्र लिखकर अपनी मांगें रखी हैं।
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योग शिक्षकों की प्रमुख मांगें:
- प्राथमिक विद्यालयों से लेकर उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों तक योग को मुख्य विषय के रूप में सम्मिलित कर योग शिक्षकों के नए पदों का सृजन किया जाए और योग शिक्षकों की नियुक्ति की जाए।
- राष्ट्रीय आयुष मिशन एवं राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अन्तर्गत हेल्थ एवं वेलनेस केन्द्रों में या आरोग्य मंदिरों में सेवाएं दे रहे योग प्रशिक्षकों के मानदेय में वृद्धि करते हुए पदों का स्थाईकरण किया जाए।
- स्कूलों और महाविद्यालयों में योग शिक्षको की नियुक्ति की जाए।
- सभी सरकारी एवं गैर सरकारी अस्पतालों में योग थेरेपिस्ट के पदों का सृजन किया जाए।
- सभी डिफेंस सेक्टर में योग थेरेपिस्ट और योग शिक्षकों के पदों का सृजन किया जाए।
- देश में स्वतंत्र योग आयोग का गठन किया जाए। योग में नियुक्ति के लिए अधिकतम आयु सीमा 42 वर्ष के स्थान पर 45 वर्ष की जाए।
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