दिल्ली में फैल रही डेंगू वायरस की घातक स्ट्रेन,5 साल का टूटा रिकॉर्ड

नई दिल्ली । राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के निचले इलाकों से बाढ़ का पानी जैसे-जैसे उतर रहा है, वैसे-वैसे दिल्ली में डेंगू के मामलों में भी बढ़ोतरी देखी जा रही है। 22 जुलाई तक 187 मामले सामने आने के बाद इस साल दिल्ली में डेंगू के मामले पांच साल के उच्चतम स्तर पर पहुंच गए जो 2018 के बाद सबसे अधिक हैं। दिल्ली में तेजी से बढ़ते डेंगू के मामलों को देखते हुए दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने रविवार को कहा कि दिल्ली सरकार ने अधिकारियों को स्कूलों और आम लोगों के बीच डेंगू को लेकर अभियान चलाने का निर्देश दिया है ताकि वायरस के प्रसार पर रोक लगाई जा सके।

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सौरभ भारद्वाज ने कहा कि अस्पतालों को अब डेंगू के बढ़ते मामलों की रोकथाम के लिहाज से तैयार किया जाएगा। इस संबंध में दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) आयुक्त से भी चर्चा हुई है। पिछले सोमवार को जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, जुलाई के पहले तीन हफ्तों में डेंगू के लगभग 65 मामले सामने आए। दिल्ली में जून महीने में डेंगू के 40 और मई में 23 मामले सामने आए। राष्ट्रीय राजधानी में अभूतपूर्व बाढ़ जैसी स्थिति के बाद डेंगू फैलने का खतरा पैदा हो गया है।   डेंगू बुखार एक वायरल संक्रमण है जो डेंगू वायरस  के कारण होता है। यह वायरस संक्रमित मच्छरों, मुख्य रूप से एडीज एजिप्टी मच्छर के काटने से मनुष्यों में फैलता है।

स्कूलों में बच्चों और शिक्षकों करना होगा नियमों का पालन
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शिक्षा निदेशक से निवारक उपायों को लागू कराने के निर्देश जारी किए हैं। स्कूलों में बच्चों और शिक्षकों को पूरी आस्तीन के कपड़े और फुल पैंट पहनने का सख्त नियम लगाने को कहा गया है। वायरस के प्रसार को रोकने के अभियान में स्कूली छात्रों को भी शामिल किया गया है। बच्चों को जागरूकता फैलाने और अपने घरों में रुके हुए पानी की जांच करने के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा है। छात्रों को ‘डेंगू होमवर्क कार्ड’ दिया गया है। इस रिपोर्ट कार्ड को दिल्ली के सभी स्कूलों के लिए अनिवार्य कर दिया गया है।

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आशा कार्यकर्ताओं, दिल्ली मेट्रो रेल नेटवर्क भी अभियान में जुड़ा
अलम यह कि आशा कार्यकतार्ओं, दिल्ली मेट्रो रेल नेटवर्क और दिल्ली पुलिस को भी डेंगू के खिलाफ अभियान में शामिल होने के लिए कहा गया है। दिल्ली मेट्रो ने जागरूकता बढ़ाने के लिए अपने स्टेशनों पर घोषणाएं करनी शुरू कर दी है। दिल्ली सरकार ने लोगों से बुखार के मामले में खुद से दवा लेने से बचने की सलाह दी है। दिल्ली के मंत्री सौरभ भारद्वाज का कहना है कि डेंगू के मरीज को एस्पिरिन, डिस्प्रिन, इबुप्रोफेन जैसी दवाएं नहीं लेनी चाहिए क्योंकि ये खून को पतला करती हैं। जब भी कंपकंपी लेकर तेज बुखार हो और बार बार आए तो मरीज को तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।

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