मुख्यमंत्री केजरीवाल पर भाजपा के सांसदों ने साधा निशाना
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मुख्यमंत्री केजरीवाल पर भाजपा के सांसदों ने साधा निशाना

नई दिल्ली । दिल्ली में भाजपा और आम आदमी पार्टी के बीच जुबानी जंग जारी है। रविवार को 6 सांसदों ने प्रदेश कार्यालय में प्रेस वार्ता कर उन पर निशाना साधा। इस वार्ता के दौरान केंद्रीय विदेश एवं संस्कृती राज्यमंत्री मीनाक्षी लेखी, सांसद रमेश बिधूड़ी, सांसद मनोज तिवारी, सांसद डॉ हर्षवर्धन सिंह और सांसद प्रवेश वर्मा मौजूद मुख्य रूप से उपस्थित रहे। भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि आज बड़ा आश्चर्य होता है कि जो व्यक्ति भ्रष्टाचार विरोधी नारे लगाते हुए देश की राजनीति में आया, वही आज अचानक भ्रष्टाचारियों से हाथ मिलाने के लिए उनसे समझौता कर रहा है। इस व्यक्ति ने दिल्ली की जनता को ठगा है।

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भाजपा सांसद डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि उन्होंने चार मुख्यमंत्रियों का कार्यकाल देखा है, लेकिन कभी किसी मुख्यमंत्री से इस तरह का व्यवहार नहीं देखा। दिल्ली के आठ बड़े अफसरों ने उपराज्यपाल को लिखकर शिकायत की है कि उन्हें परेशान किया जा रहा है। उनके अलावा दक्षिणी दिल्ली से भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी ने कहा कि यह हास्यपद स्थिति हैं। सुल्तानपुर का एक सांसद जो सिनेमा की टिकट ब्लैक में बेचता था और पुलिस की मुखबिरी करता था, आज वह बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बात करके राज्यसभा सांसदों को एकजुट करने की बात कर रहा है।

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दिल्ली की छवी खराब न हो इसलिए अध्यादेश लाया गया, जिसका इन लोगों ने राज्यसभा में विरोध किया। ये शर्म की बात है।
उधर, केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी ने कहा कि सर्विस को लेकर कोई नियम कानून नहीं है। केंद्र सरकार चाहे तो कानून ला सकती है। मुख्यमंत्री केजरीवाल भ्रष्टाचार का कंट्रोल अपने हाथ में लेना चाहते हैं। कोई भी व्यवस्था अपंग हो सकती है, जिसे सुधारने की जिम्मेदारी प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति के पास होती है। उनके अतिरिक्त प्रेस वार्ता के दौरान भाजपा सांसद प्रवेश साहिब सिंह वर्मा ने कहा कि कुछ अधिकारी कह रहे हैं कि उन्हें धमकी दी गई और उन पर फाइलों को साइन करने का दबाव बनाया गया। शराब नीति की जांच कर रहे अधिकारी राज शेखर का भी तबादला कर दिया गया। अगर घोटाला नहीं हुआ तो तबादला क्यों किया गया। साथ ही एक महिला अधिकारी से भी जबरन हस्ताक्षर करवाए गए।

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