Mumbai Municipal Corporation elections: बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) चुनावों के लिए सत्तारूढ़ महायुती गठबंधन में भाजपा और एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना के बीच सीट बंटवारे का समझौता अंतिम रूप ले लिया है। मुंबई भाजपा अध्यक्ष अमित सातम ने 29 दिसंबर को लंबी वार्ताओं के बाद इसकी घोषणा की। समझौते के अनुसार, कुल 227 सीटों में से भाजपा 137 सीटों पर और शिवसेना 90 सीटों पर चुनाव लड़ेगी।
दोनों दलों ने अपनी-अपनी कोटे से कुछ सीटें छोटे सहयोगियों को देने का भी फैसला किया है। उम्मीदवार आज (30 दिसंबर) नामांकन पत्र दाखिल करेंगे। नामांकन की अंतिम तिथि आज ही है।
महायुती के तीसरे घटक दल, उपमुख्यमंत्री अजित पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) ने अलग से चुनाव लड़ने का निर्णय लिया है। एनसीपी ने अब तक 64 उम्मीदवारों की घोषणा की है।
महाराष्ट्र में 29 नगर निगमों के चुनाव, जिनमें मुंबई का बीएमसी सबसे महत्वपूर्ण है, 15 जनवरी 2026 को होंगे। मतगणना अगले दिन 16 जनवरी को होगी।
पिछले चुनावों का इतिहास:
2017 के बीएमसी चुनावों में शिवसेना (तब अविभाजित) ने 84 सीटें जीती थीं, जबकि भाजपा ने 82 सीटों पर जीत हासिल की थी। उस समय दोनों दल अलग-अलग लड़े थे। कांग्रेस 31 सीटों पर सिमट गई थी, जबकि एनसीपी (अविभाजित) को 9 और मनसे को 7 सीटें मिली थीं।
इस बार महायुती एकजुट होकर मैदान में है, जिससे मुंबई में उसकी स्थिति मजबूत मानी जा रही है। विपक्ष में उद्धव ठाकरे की शिवसेना (यूबीटी) और राज ठाकरे की मनसे गठबंधन कर रही हैं, जबकि कांग्रेस और अन्य दल अलग-अलग रणनीति अपनाए हुए हैं।
सीट बंटवारे की इस घोषणा से महायुती का चुनाव अभियान अब तेज हो जाएगा। दोनों दलों के नेता संयुक्त रैलियां और प्रचार कार्यक्रम आयोजित करेंगे।

