कैब ड्राइवर की गवाही ने उड़ाए होश
कैब चालक अजब सिंह ने अदालत में बताया कि:
• 4 मार्च 2025 को दिल्ली चुंगी से मुस्कान और साहिल को स्विफ्ट डिजायर गाड़ी में बैठाया था।
• दोनों शिमला, मनाली और कसोल के 13 दिन के टूर पर गए।
• हर रोज़ खूब शराब पीते थे, कसोल में रेव पार्टी की और साहिल का जन्मदिन भी धूमधाम से मनाया।
• सौरभ राजपूत का मोबाइल फोन मुस्कान के पास था। जब उनकी 7-8 साल की बेटी पीहू का कॉल आता था, तो मुस्कान कहती थी – “पापा मीटिंग में हैं, बाद में बात करेंगे” ताकि बच्ची को शक न हो।
• पूरे टूर का खर्च 53 हज़ार रुपये था, जिसे मुस्कान ने नकद और ऑनलाइन मिलाकर चुकाया।
17 मार्च को कैब ड्राइवर ने दोनों को वापस मेरठ छोड़ा और अगले ही दिन (18 मार्च) जब हत्याकांड का खुलासा हुआ तो उसने पुलिस को सारी जानकारी दे दी। पुलिस उसके साथ उन सभी होटलों में भी गई जहां मुस्कान-साहिल रुके थे।
हत्या की खौफनाक कहानी
• सौरभ राजपूत लंदन में नौकरी करते थे। 24 फरवरी 2025 को मेरठ आए थे।
• 25 फरवरी को बेटी पीहू का और 27 फरवरी को पत्नी मुस्कान का जन्मदिन मनाया।
• ठीक 4 दिन बाद यानी 3 मार्च 2025 की रात मुस्कान और साहिल ने मिलकर पहले सौरभ के सीने में चाकू घोंपा, फिर गला रेतकर हत्या की।
• शव के टुकड़े किए, नीले प्लास्टिक ड्रम में भरकर ऊपर से सीमेंट डालकर सील कर दिया।
• हत्या के सिर्फ 36-48 घंटे बाद ही दोनों हिमाचल प्रदेश घूमने निकल गए।
कोर्ट में अब तक की स्थिति
• दोनों आरोपी मुस्कान रस्तोगी और साहिल शुक्ला अभी जेल में हैं।
• कुल 36 गवाह हैं, जिनमें से कई की गवाही हो चुकी है (मृतक का भाई, मां, पोस्टमॉर्टम डॉक्टर, हथियार बेचने वाला दुकानदार, होटल कर्मचारी आदि)।
• अब 26 नवंबर को मामले के पहले जांच अधिकारी कर्मवीर सिंह का बयान होगा।
यह केस न सिर्फ अपनी बेरहमी के लिए बल्कि हत्यारों की बेशर्मी के लिए भी पूरे देश में चर्चा का विषय बना हुआ है। पति की लाश घर में सीमेंट से ढकी पड़ी हो और पत्नी प्रेमी के साथ पहाड़ों पर शराब व रेव पार्टी कर रही हो – इससे ज्यादा ठंडे दिल का उदाहरण शायद ही कोई हो।

