घटना सोमवार शाम करीब 6:52 बजे हुई, जब एक धीमी गति से चल रही हुंडई आई20 कार रेड लाइट पर रुक गई। अचानक कार में धमाका हो गया, जो इतना शक्तिशाली था कि 3 किलोमीटर दूर तक सुनाई दिया। दिल्ली पुलिस कमिश्नर सतीश गोलचा ने बताया कि कार के अंदर कम से कम तीन लोग सवार थे, और विस्फोट के कारण आसपास की 6 कारें, 2 ई-रिक्शा और एक ऑटो रिक्शा भी आग की चपेट में आ गए। शुरुआती जांच में यह सामने आया है कि कार हरियाणा नंबर की थी, और इसका मालिक सलमान नामक व्यक्ति को हिरासत में ले लिया गया है। सूत्रों के अनुसार, विस्फोट से कुछ घंटे पहले फरीदाबाद में 2,900 किलोग्राम विस्फोटक जब्त किए गए थे, जिसके मॉड्यूल से इस घटना का लिंक जोड़ा जा रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर शोक व्यक्त किया और कहा, “दिल्ली में हुए विस्फोट से स्तब्ध हूं। मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना।” गृह मंत्री अमित शाह ने घटनास्थल का दौरा किया और घायलों से मुलाकात की। उन्होंने कहा, “सभी संभावनाओं की जांच की जा रही है। दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।” दिल्ली, मुंबई, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र समेत कई राज्यों में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। लाल किला अगले तीन दिनों के लिए पर्यटकों के लिए बंद कर दिया गया है, और लाल किला मेट्रो स्टेशन भी सुरक्षा कारणों से बंद है।
चिंता और सतर्कता
इस घटना ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तहलका मचा दिया है। विश्व मीडिया ने इसे प्रमुखता से कवर किया, जिसमें भारत की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए गए। अमेरिकी दूतावास ने अपने नागरिकों के लिए सतर्कता बरतने की सलाह जारी की। दूतावास ने कहा, “10 नवंबर 2025 को दिल्ली के लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास एक कार में विस्फोट हुआ, जिसमें कई हताहत हुए। कारण अज्ञात है, लेकिन भारत सरकार ने कई राज्यों में हाई अलर्ट घोषित किया है। अमेरिकी नागरिकों को भीड़भाड़ वाले इलाकों से दूर रहने की सलाह दी जाती है।”
सीएनएन ने अपनी रिपोर्ट में लिखा, “भारत की राजधानी हिल गई है। लाल किले के पास कार विस्फोट से कम से कम 10 लोगों की मौत और कई घायल। यह घटना दिल्ली के पुराने शहर के एक व्यस्त इलाके में हुई, जो पर्यटकों से भरा रहता है। जांच जारी है, लेकिन यह दुर्लभ घटना है।” न्यूयॉर्क टाइम्स ने इसे “रहस्यमयी विस्फोट” करार देते हुए कहा, “दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने बताया कि कार रेड लाइट पर रुकी थी जब यह फटी। सभी कोणों से जांच हो रही है। गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि कोई भी संभावना खुली है।”
बीबीसी ने रिपोर्ट की, “कम से कम 8 मौतें और 20 घायल। यह दिल्ली के सबसे सुरक्षित इलाकों में से एक में दुर्लभ घटना है। ऊपरी प्रदेश और मुंबई में अलर्ट जारी।” अल जज़ीरा ने आशंका जताई, “आतंकवाद विरोधी कानून लागू। विस्फोट ने 6 गाड़ियों और 3 ऑटो रिक्शा को आग लगा दी। दिल्ली का पुराना शहर हमेशा भीड़भाड़ वाला होता है, जो इसे असुरक्षित बनाता है। स्वतंत्र पत्रकार अमित बरुआ ने कहा, ‘यह राजधानी की शांति को चूर-चूर कर देता है।’” रॉयटर्स ने इसे “दुर्लभ ब्लास्ट” बताया, जिसमें 8 मौतें और 20 घायल हुए। एनपीआर और सीबीएस न्यूज ने भी कवरेज में भारत की सुरक्षा पर सवाल उठाए। इजरायली राजदूत रूवेन आजर ने ट्वीट कर शोक व्यक्त किया, “दिल्ली में दिल दहला देने वाली घटना। मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना।”
पाकिस्तानी मीडिया और सोशल मीडिया पर प्रोपेगैंडा
पाकिस्तानी मीडिया आउटलेट डॉन ने घटना को प्रमुखता से कवर किया। डॉन की रिपोर्ट में कहा गया, “दुर्घटना में 8 लोगों की मौत, 20 घायल। विस्फोट का कारण अभी अज्ञात है।” हालांकि, पाकिस्तानी सोशल मीडिया पर एक अलग ही प्रोपेगैंडा चल रहा है। कुछ यूजर्स दावा कर रहे हैं कि यह विस्फोट भारत ने खुद रचाया है। यूजर हैदर हाशमी ने पोस्ट किया, “पाकिस्तानी मीडिया ने पहले ही भविष्यवाणी कर दी थी कि यह विस्फोट होने वाला है। यह भारत की साजिश है।” अन्य यूजर्स ने इसे “फर्जी आतंकी हमला” करार दिया, जो भारत-पाक तनाव को बढ़ाने के लिए किया गया। ये दावे बिना किसी सबूत के वायरल हो रहे हैं, जबकि आधिकारिक जांच में जम्मू-कश्मीर के पुलवामा से लिंक मिला है। एक संदिग्ध डॉक्टर उमर मोहम्मद को कार के अंदर होने का शक है, जो जैश-ए-मोहम्मद मॉड्यूल से जुड़ा था।
जांच में नया मोड़: पुलवामा कनेक्शन
सूत्रों के मुताबिक, विस्फोट को “फिदायीन अटैक” माना जा रहा है। संदिग्ध डॉक्टर उमर मोहम्मद पुलवामा का निवासी था, जो फरीदाबाद मॉड्यूल से जुड़ा था। गिरफ्तार सहयोगियों की गिरफ्तारी के बाद वह घबरा गया और विस्फोटक वाहन में ही फट गया। उसके परिवार के सदस्यों को हिरासत में लिया गया है। एनआईए ने जांच अपने हाथ में ले ली है।
यह घटना दिल्ली के लिए झकझोरने वाली है, लेकिन सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हैं। देश भर में सतर्कता बरती जा रही है, और दोषियों को सजा मिलेगी।

