धमकी दी थी।
विवाद की शुरुआत: फाइनल में ट्रॉफी ‘चोरी’
28 सितंबर को दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में खेले गए एशिया कप फाइनल में भारत ने पाकिस्तान को 5 विकेट से हराकर नौवीं बार खिताब अपने नाम किया। कप्तान सूर्यकुमार यादव की अगुवाई में भारतीय बल्लेबाजों ने शानदार प्रदर्शन किया, लेकिन पुरस्कार वितरण समारोह में हंगामा मच गया। ACC चेयरमैन मोहसिन नकवी ट्रॉफी लेकर मंच पर खड़े रहे, लेकिन भारतीय खिलाड़ियों ने उनके हाथों से ट्रॉफी लेने से साफ इनकार कर दिया। नकवी, जो पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) के चेयरमैन भी हैं, नाराजगी में ट्रॉफी और भारतीय खिलाड़ियों के मेडल्स लेकर स्टेडियम से बाहर चले गए।
भारतीय टीम ने प्रतीकात्मक जश्न मनाया, लेकिन असली ट्रॉफी के बिना लौटना पड़ा। नकवी ने बाद में सोशल मीडिया पर सफाई दी कि उन्हें पहले से कोई सूचना नहीं थी, लेकिन एक्स (पूर्व ट्विटर) पर वायरल वीडियो में उन्हें ट्रॉफी थामे मुस्कुराते हुए दिखाया गया, जिसे भारतीय फैंस ने ‘ट्रॉफी चोर’ कहकर ट्रोल किया।
ACC ऑफिस में ‘लॉक’, अब गुप्त स्थान पर ‘ट्रांसफर’
फाइनल के बाद नकवी ट्रॉफी को दुबई के एक होटल ले गए, फिर पाकिस्तान लौटते वक्त इसे ACC के दुबई हेडक्वार्टर में जमा कर दिया। उन्होंने साफ फरमान जारी किया: “मेरी इजाजत के बिना कोई हाथ न लगाए।” बीसीसीआई ने 21 अक्टूबर को आधिकारिक ईमेल भेजकर ट्रॉफी लौटाने की मांग की, जिसमें चेतावनी दी गई कि अन्यथा मामला आईसीसी तक जाएगा।
नकवी ने जवाब में कहा, “ट्रॉफी भारत की है, लेकिन बीसीसीआई का कोई अधिकारी दुबई आकर ले जाए।”
लेकिन अब खबर है कि नकवी ने ट्रॉफी को ACC ऑफिस से हटा दिया है। टीवी9 हिंदी और इंडिया टीवी की रिपोर्ट्स के अनुसार, ट्रॉफी अब अबू धाबी के किसी ‘सुनसान और गुप्त स्थान’ पर रखी गई है, ताकि भारतीय पक्ष आसानी से न पहुंच सके। टाइम्स नाउ नवभारत ने दावा किया कि ACC ऑफिस में रखी ट्रॉफी असल में एक ‘रेप्लिका’ है, जबकि मूल ट्रॉफी नकवी की कस्टडी में छुपाई गई है। एक्स पर यूजर्स ने इसे ‘ट्रॉफी चोरी का नया अध्याय’ बताते हुए नकवी को निशाना बनाया।
बीसीसीआई का सख्त रुख: आईसीसी में शिकायत तय
बीसीसीआई ने नकवी के इस रवैये पर कड़ा रुख अपनाया है। सचिव देवजीत सैकिया ने कहा, “ट्रॉफी ACC की संपत्ति है, न कि नकवी की निजी मिल्कियत। यह क्रिकेट की गरिमा का सवाल है।” बोर्ड ने 4-7 नवंबर को दुबई में होने वाली आईसीसी बोर्ड मीटिंग में मुद्दा उठाने का फैसला किया है। उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला ने एक्स पर लिखा, “ट्रॉफी भारत की है, और हम इसे हर हाल में लाएंगे।”
मोहसिन नकवी का भारत विरोधी इतिहास भी इस विवाद को हवा दे रहा है। वे अक्सर सोशल मीडिया पर भारत की सैन्य कार्रवाइयों का मजाक उड़ाते रहे हैं। फाइनल से पहले भी उन्होंने पहलगाम हमले पर विवादास्पद मीम्स शेयर किए थे। X पर #TrophyChorNaqvi ट्रेंड कर रहा है, जहां फैंस पूछ रहे हैं, “बीसीसीआई इतना कमजोर क्यों पड़ रहा है?”
आगे क्या? क्रिकेट में राजनीति का साया
यह विवाद न सिर्फ एशिया कप को, बल्कि पूरे एशियाई क्रिकेट को प्रभावित कर सकता है। ACC की अगली जनरल मीटिंग में भारत अन्य सदस्य देशों (श्रीलंका, बांग्लादेश) से समर्थन मांग सकता है। फिलहाल, भारतीय टीम ने ट्रॉफी की चिंता किए बिना अपनी तैयारी जारी रखी है, लेकिन फैंस का गुस्सा साफ दिख रहा है। क्या नकवी झुकेंगे या यह मामला आईसीसी की अदालत पहुंचेगा? आने वाले दिनों में जवाब मिलेगा।

