Noida Greater Noida Property market: नोएडा और ग्रेटर नोएडा में काफी ऐसे बिल्डर हैं जिन्होंने बायर्स को फ्लैट का कब्जा तो दे दिया है लेकिन उनकी रजिस्ट्री नहीं हो पाई है। ऐसे में लगातार खरीद फरोख्त बढ़ती जा रही है। प्रॉपर्टी बाजार में एक चलन बन गया है बिना रजिस्ट्री वाला फ्लैट रजिस्टर्ड फ्लैट से सस्ता मिल रहा है। बताया जाता है कि उस पर बैंक से लोन नही होता। इसका फायदा उठाकर प्रॉपर्टी डीलर जमकर मलाई काट रहे। इस पर रोक लगाने के लिए आम्रपाली के कोर्ट रिसीवर ने रजिस्ट्री से पहले फ्लैटों के बिल्डर के यहाँ होने वाले ट्रांसफर पर रोक लगा दी है। अब अन्य बिल्डरों के यहाँ भी ये फॉर्मूला जल्द ही अपनाया जाने वाला है। बिना रजिस्ट्री के फ्लैट ट्रांसफर होने से बिल्डर मालामाल हो रहे हैं और सरकार कंगाल हो रही है। दरअसल को स्टाम्प ड्यूटी आप के नाम पर मिलने वाला राजस्व नहीं मिल पा रहा है। जबकि बिल्डर ट्रांसफर करने के नाम पर लाखों रुपये खरीदारों से वसूल रहे हैं।
अब फ्लैट बेचने वालों की नहीं चलेगी मनमानी
शुरुआत आम्रपाली के प्रोजेक्ट से हो रही है। भारत के अटॉर्नी जनरल आर वेंकटरमाणी और आम्रपाली प्रोजेक्ट के कोर्ट रिसीवर के निर्देश पर आम्रपाली की फ्लैट या वाणिज्यिक संपत्तियों के ट्रांसफर पर रोक लगाई गई हैं। जिनकी रजिस्ट्री अब तक नहीं हुई है। कोर्ट रिसीवर को सूचना मिली थी कि कोर्ट की ओर से मिली छूट का लाभ कुछ वैसे लोग ले रहे, जिनको इसकी जरूरत नहीं है। इसमें कुछ प्रॉपर्टी डीलर भी शामिल है। इस प्रक्रिया पर रोक लगने से जरूरतमंद फ्लैट खरीदारों को तत्कालिक तौर पर नुकसान होगा। लेकिन इससे मलाई काट रहे प्रॉपर्टी डीलरों की दुकान ठप हो जाएगी।
कैसे पहुंचा रहे हैं राजस्व को नुकसान
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के तहत यह अधिकार मिला हुआ था कि आम्रपाली के प्रोजेक्ट्स में बिना रजिस्ट्रेशन के फ्लैटों का ट्रांसफर किया जा सकता था। इससे पहले के आवंटी के नाम की जगह दूसरे खरीदार का नाम शामिल किया जाता था। हालांकि इसमें शर्त यह थी कि पहले खरीददार का उस फ्लैट के एवज में कोई बकाया ना हो। उसके पेमेंट के अलावा सोसायटी की तरफ से नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट भी मिला हो और आम्रपाली की लिस्ट में उस खरीददार का नाम वेरिफाइड हों। जिनकी सूची का वेरिफिकेशन हो चुका है। एग्रीमेंट टू सेल कोर्ट रिसीवर ऑफिस भेजे जाते थे। इसके बाद बिल्डर बायर एग्रीमेंट के तहत नए खरीदार का नाम चढ़ जाता।
बिना रजिस्ट्री वाले फ्लैट सस्ते
फ्लैट का काम करने वाले प्रॉपर्टी डीलर फ्लैट खरीदारों को बिना रजिस्ट्री वाले फ्लैट सस्ते बताते हैं। कहते हैं कि रजिस्ट्री वाला फ्लैट आपको महंगा मिलेगा, इसलिए बिना रजिस्ट्री वाला फ्लैट सस्ता खरीद लीजिए। इसी की मध्यस्ता करते हुए ऐसे प्रॉपर्टी डीलर बेचने वाले को कहते है कि उनका फ्लैट बिकेगा नहीं। दूसरी पार्टी मिलेगी नहीं, इसलिए तुरंत बेच दीजिए। इसी सब में वो अपना मोटा मुनाफा बना लेते हैं।
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