International Women’s Day: नयी दिल्ली: कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (सीएआईटी) ने एसोसिएशन ऑफ डायरेक्ट सेलिंग एंटिटीज ऑफ इंडिया (एडीएसईआई) के साथ मिलकर शनिवार को यहां इंदिरा गांधी स्टेडियम में एक भव्य राष्ट्रीय महिला उद्यमिता सम्मेलन का आयोजन किया। इस विशाल आयोजन में 10,000 से अधिक महिला उद्यमियों ने भाग लिया, जो सामान्य परिवारों से आती हैं। इस कार्यक्रम का उद्घाटन उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने किया।
International Women’s Day:
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए, श्री धामी ने सीएआईटी और एडीएसईआई की पहल की सराहना की और कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में, भाजपा सभी क्षेत्रों में महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। इस ऐतिहासिक अवसर पर, सीएआईटी के महासचिव एवं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने एक महत्वपूर्ण घोषणा करते हुए कहा कि सीएआईटी व एडीएसईआई और देशभर के अन्य व्यापारिक संगठनों के सहयोग से, अपने सलाहकार एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के मार्गदर्शन में, अगले एक वर्ष में पांच लाख महिला उद्यमियों को आर्थिक और सामाजिक रूप से सशक्त बनाएगा।
इस अवसर पर श्रीमती स्मृति ईरानी भी उपस्थित रहीं। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर सभी को शुभकामनाएं देते हुए कहा,“आज मैं भारत की डायरेक्ट सेलिंग कंपनियों और यहां मौजूद महिला उद्यमियों से एक महत्वाकांक्षी लक्ष्य निर्धारित करने का आह्वान करती हूं कि डायरेक्ट सेलिंग उद्योग को वर्तमान 25,000 करोड़ से बढ़ाकर अगले आठ वर्षों में दो लाख करोड़ तक ले जाना। यह केवल एक लक्ष्य नहीं, बल्कि एक आंदोलन है जो भारत की आर्थिक नींव को मजबूत करेगा और महिला-नेतृत्व वाले व्यवसायों के लिए असीमित अवसर पैदा करेगा। इस नए युग की शुरुआत को चिह्नित करने के लिए, मैंने आठ प्रमुख डायरेक्ट सेलिंग कंपनियों से अनुरोध किया है कि वे आठ नामित महिला उद्यमियों को 1,08,000 की सहायता दें। यह पहल हमारे सामूहिक संकल्प को दर्शाती है कि हम महिलाओं को आर्थिक रूप से स्वतंत्र और सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
एडीएसईआई के अध्यक्ष डॉ. संजीव कुमार ने कहा,“आज हम एक ऐतिहासिक पड़ाव पर खड़े हैं, जहां राष्ट्रीय महिला उद्यमिता सम्मेलन में महिलाओं की अद्वितीय दृढ़ता और संकल्प का जश्न मना रहे हैं। यह भव्य आयोजन, सीएआईटी के सहयोग से, भारत के उद्यमशीलता पारिस्थितिकी तंत्र में महिलाओं की बढ़ती भूमिका का प्रमाण है। 10,000 से अधिक प्रतिभागियों की उपस्थिति के साथ, हम एक मजबूत वित्तीय स्वतंत्रता और आत्मनिर्भरता की दिशा में बढ़ रहे हैं। एडीएसईआई महिलाओं को सशक्त बनाने और समावेशी, विकास-केंद्रित व्यावसायिक माहौल को प्रोत्साहित करने के लिए प्रतिबद्ध है।”
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इस पहल को ‘लखपति दीदी’ जैसी प्रमुख सरकारी योजनाओं और प्रधानमंत्री मोदी के अन्य प्रमुख कार्यक्रमों के साथ जोड़ा जाएगा, जिससे महिला उद्यमियों को वित्तीय स्वतंत्रता प्राप्त करने में सहायता मिलेगी। इस कार्यक्रम को इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आईटी मंत्रालय के कॉमन सर्विस सेंटर के माध्यम से डिजिटल और वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देने के लिए संचालित किया जाएगा। इस आयोजन में डायरेक्ट सेलिंग उद्योग की 10,000 से अधिक महिला उद्यमियों की भागीदारी देखी गई, जिसने भारत में महिलाओं के नेतृत्व में आर्थिक विकास के एक नए अध्याय की शुरुआत की।
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के महत्व को रेखांकित करते हुए, श्री खंडेलवाल ने दोहराया कि प्रधानमंत्री मोदी का महिलाओं के नेतृत्व में विकास का विजन भारत को प्रगतिशील और समावेशी बना रहा है। उनके नेतृत्व में, भारत ने लैंगिक समानता, आर्थिक सशक्तिकरण और समावेशी विकास को प्राथमिकता दी है, जिससे महिलाओं को राष्ट्र निर्माण में एक सशक्त भूमिका निभाने का अवसर मिल रहा है।