यमुना प्राधिकरण में अब बाबू नही बना सकगे बहाना, नई व्यवस्था से आवंटियों को राहत
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यमुना प्राधिकरण में अब बाबू नही बना सकगे बहाना, नई व्यवस्था से आवंटियों को राहत

यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यीडा) में आने वाले आवंटियों व अन्य आगंतुकों को भटकना नही पड़ेगा। यदि आप अपने काम के लिए भटक रहे है तो भटकना नहीं पड़ेगा। प्राधिकरण अब फाइलों के निस्तारण की निगरानी की व्यवस्था एप और वेबसाइट के जरिए करने करने जा रहा है। इससे किस पटल पर फाइल है, कितने समय से है, किस अधिकारी पर इसका दायित्व है, यह सभी जानकारी एप के जरिए हासिल होगी।
सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह बोले

सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने बताया कि इसी बात को देखते हुए प्राधिकरण में एप आधारित मॉनीटरिंग सिस्टम लागू करने का फैसला लिया गया। नई व्यवस्था से पता लगेगा कि फाइल किस पटल पर है। साथ ही यह भी पता लगेगा कि कौन सा अधिकारी इस फाइल के लिए जिम्मेदार है।

पटलकर्मी फाइल नहीं मिलने का करते थे बहना
बता दें कि पटलकर्मी फाइल नहीं मिलने का बहना बनाकर काम को लंबित नहीं कर सकेंगे। प्राधिकरण ने एप और वेबसाइट बनवाने का काम एक निजी कंपनी को सौंपा है। 15 दिन में एप बनकर तैयार हो जाएगा। प्राधिकरण के सीईओ को लगातार इस बात की शिकायत मिल रही थी कि पटलों पर फाइलें अटकी हुई हैं। कुछ मामलों में कहा गया कि फाइल मिल नहीं रही है। इस दौरान आवंटियों और फरियादियों की संख्या बढ़ती जा रही थी।

 

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