Baba Siddiqui Murder Case: कबाड़ी कैसे बन गए हत्यारें, जानें कैसे रचि बाबा के खतमे की कहानी

Baba Siddiqui Murder Case: मुंबई को हिला देने वाले तीन युवक आखिर कैसे बन गए हत्यारे। ये सवाल आजन के मन में उमड़ रहा है। बता दें किबाबा सिद्दीकी हत्याकांड में यूपी के बहराइच जिले के दो आरोपियों के नाम सामने आए हैं। मुख्य आरोपियों के घर वालों का कहना है कि वह कबाड़ का काम करने मुंबई गए थे। दोनों की वहां क्या बात हुई, कैसे क्या हुआ इस बात की उन्हें कोई जानकारी नहीं है।

शिवा गौतम होली के बाद गया था मुबई
आरोपी शिवा गौतम की मां ने कहा कि होली के बाद शिवा मुंबई गया था। 8 दिन पहले उससे बात हुई थी। उन्होंने बताया कि सुबह लोगों ने उन्हें घटना की सूचना दी। शिवा की मां ने बताया धर्मराज और शिवा दोनों मुंबई थे। उन दोनों के बीच क्या बात हुई इसकी उन्हें कोई जानकारी नहीं है। धर्मराज घर में मछली बेचने का काम करता था। उधर, शिवा दिहाड़ी मजदूरी करता था।

धर्मराज की मां बोली
दूसरा आरोपी धर्मराज की मां ने बताया कि धर्मराज कबाड़ का काम करने मुंबई गया था। बताकर नहीं गया था। किसी के साथ बैग लेकर चला गया था। करीब 22 दिन पहले बात हुई थी, तब हालचाल पूछा था। मां ने बताया कि उसने रुपये के लिए पूछा तो मैंने कहा कि अगर हों तो दे देना न हों तो कोई बात नहीं। दिवाली में घर आने की बात कही थी। धर्मराज ने गांव के ही स्कूल से पांच तक पढ़ाई की है। धर्मराज कश्यप पुत्र राधे कश्यप, छह भाइयों में सबसे छोटा भाई है। पिता और बड़ा भाई मछली बेचते हैं। दूसरा भाई ठेला लगाता है। तीसरा भाई कपड़े की दुकान पर मजदूरी करता है साथ ही और भी भाई मजदूरी करते हैं। चार बड़े की भाई शादी हो गई है। धर्मराज और एक और भाई की शादी नहीं हुई है। इन लोगों के पास खेती न के बराबर है।

आरोपियों का कोई अपराधिक रिकार्ड नही
धर्मराज कश्यप और शिवा गौतम कैसरगंज कोतवाली के गंडारा गांव के रहने वाले हैं। एसपी बहराइच वृंदा शुक्ला ने बताया कि दोनों का कोई आपराधिक रिकॉर्ड फिलहाल नहीं मिला है। दोनों सामान्य परिवार के हैं और मजदूरी करने मुंबई गए थे। दोनों के बारे में सारी जानकारियां जुटाई जा रही हैं।

दोनों ही सामान्य परिवार से
मुंबई में हुए बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में यूपी के दो शूटरों के नाम सामने आ रहे हैं। इस घटना में शामिल धर्मराज कश्यप और शिव कुमार उर्फ शिवा गौतम दोनों कैसरगंज कोतवाली के गंडारा गांव के रहने वाले हैं। दोनों परिवार के भरण पोषण के लिए मुंबई कमाने गए थे। एसपी वृंदा शुक्ला ने बताया कि दोनों का कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है।

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