एनईसी इंडिया मतलब डिजिटल सोल्यूशंस से आज जिदंगी को सुरक्षित-आसान बनाना
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एनईसी इंडिया मतलब डिजिटल सोल्यूशंस से आज जिदंगी को सुरक्षित-आसान बनाना

नोएडा। आईटी और नेटवर्क टेक्नोलॉजी में देश ही नही दुनियाभर में अपना लोहा मानवाने वाली एनईसी कॉरपोरेशन इंडिया आजकल डिजिटल सोल्यूशंस से आम जिदंगी को आसान बना रही है। एनईसी भारत सरकार के डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन मिशन में सहयोग देने के लिए अपने भारत में 70 साल की विरासत और जापान की अत्याधुनिक रिसर्च और अनुसंधान का प्रयोग करती रही है। आज कंपनी की और से सेक्टर 137 एडवांट में प्रेस कान्फ्रेंस की गई। इस दौरान कंपनी ने स्मार्ट उत्तर प्रदेश एनईसी के संग-प्रगति की नई उमंग के बारे पूरी जानकारी साझा की।

कंपनी की ओर से प्रोजेक्ट को हेड कर रहे प्रदीप कुशवाह ने बताया कि एडवांस्ड सोल्यूशंस के माध्यम से स्मार्ट सिटी बनाने में और उत्तर प्रदेश के नागरिकों के जीवन की गुणवत्ता को बढ़ाने में एनईसी की भूमिका को उजागर करना था। एनईसी ने कई सोल्यूशन उत्तर प्रदेश के शहरों में लगाये हैं, जैसे कि इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर (आईसीसीसी), सिटी मैनेजमेंट, एवंइंटेलिजेंट ट्रांसपोर्टेशन एंड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम, डिजि यात्रा द्वारा हवाई सफर, जो राज्य के विकास में विभिन्न मानकों पर योगदान करती हैं। आज के समय में मजबूत डिजिटल बुनियादी ढांचा और इंटेलीजेंट अर्बन स्पेस आर्थिक विकास के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं, जैसा कि हालिया केंद्रीय बजट में भी रेखांकित किया गया है। एनईसी इंडिया की टेक्नोलॉजी और सोल्यूशन और तकनीकी दक्षता, उसके व्यापक दृष्टिकोण के साथ मेल खाती हैं, जो उज्जवल देश के भविष्य को सक्षम बनाने की दिशा में है। निर्बाध, कुशल और सुरक्षित अनुभवों को सक्षम करके, जो नागरिक कल्याण की ओर प्रयासरत हैं, एनईसी इंडिया ने जापानी कटिंग एज टेक्नोलॉजी को इस्तेमाल करते हुए अपनी 70 साल की प्रतिबद्धता को बरकरार रखा है।

 

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कंपनी की ओर से सेटेलाइट से सबमरीन केबल तक के सोल्यूशन प्रदान किये गए है। उत्तर प्रदेश में उनके प्रभावशाली पहल न केवल राष्ट्र के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करता हैं, बल्कि तकनीकी नवाचार में उनके वैश्विक नेतृत्व को भी उजागर करता हैं, जो मजबूत भारत-जापान संबंधों को प्रतिबिंबित करता हैं। शहरी बुनियादी ढांचे में एक लीडर के रूप में, एनईसी इंटेलिजेंट सिटी सोल्यूशन की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए अच्छी तरह से तैयार है, जो भारत को एक आशाजनक भविष्य की ओर ले जाने में अग्रसर है।

ये है प्रोजेक्ट जिससे लोग हो रहे सुरक्षित

1. स्मार्ट सिटीरू एनईसी ने सहारनपुर और मेरठ शहरों में इंटीग्रेटेड कमांड और कंट्रोल सेंटर (आईसीसीसी) बनाये हैं, जिससे शहर प्रबंधन, सुरक्षा और दक्षता में सुधार हुआ है।

मेरठ में एडवांस्ड टेक्नोलॉजीज जैसे एडाप्टिव ट्रैफिक कंट्रोल सिस्टम (एटीसीएस) को 8 चैराहों पर लगाया गया है। जिससे शहर में ट्रैफिक और सुरक्षा बेहतर हुई है, ऑटो मैटिक नंबर प्लेट रिकग्निशन (एएनपीआर) सिस्टम का 62 स्थानों पर और विभिन्न वॉयलेशन डिटेक्शन सिस्टम दृ रेड लाइट वॉयलेशन डिटेक्टर (आरएलवीडी) का 31 स्थानों पर और स्पीड वॉयलेशन का 7 स्थानों पर प्रयोग किया जा रहा है। इसके अलावा, उन्होंने 9 स्थानों पर पब्लिक एड्रेस सिस्टम और इमरजेंसी कॉल बॉक्स स्थापित किए हैं और 150 शहर-व्यापी वाई-फाई एक्सेस पॉइंट्स की स्थापना भी की गयी है। यह सब शहर में एक कमांड एंड कंट्रोल सेंटर के साथ और भी मजबूत किया गया है।

सहारनपुर मेंरू इंटीग्रेटेड कमांड और कंट्रोल सिस्टम की शहर भर में स्थापना की गई है, जिसमें लगभग 1000 कैमरे शहर में लगाए गए हैं। 17 एटीसीएस, 63 आरएलवीडी और 103 एएनपीआर सिस्टम सहित एक व्यापक इंटेलिजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (आईटीएमएस) शामिल है। इसमें 200 किमी का शहर-व्यापी ऑप्टिकल फाइबर केबल नेटवर्क, एआई-बेस्डवीडियो एनालिटिक्स, मॉनिटरिंग सेंटर्स एंड सिटिजन को लैबोरेशन कियोस्क शामिल हैं।

 

2. यूपीएसआरटीसी ट्रांसफॉर्मेशनरू उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम (यूपीएसआरटीसी) के लिए एनईसी ने रियल टाइम बस ट्रैकिंग, पैसेंजर इनफार्मेशन सिस्टम, सुरक्षा बटन 5000 बसों में लगाए हैं तथा लगभग 3000 मार्गों में अनुकूलित संचालन और उन्नत नागरिक सुरक्षा के लिए एक सेंट्रलाइज्ड कमांड सेंटर शामिल है। इस परियोजना में 20 रीजनल कमांड सेंटरों की स्थापना भी शामिल है, जो 16 लाख यात्रियों को 40,000 यात्राओं का प्रतिदिन संचालन करते हैं और पैसेंजर एक्सपीरियंस को सहज बनाते हैं।

3. वाराणसी में बायोमेट्रिक बोर्डिंग (डिजीयात्रा) एनईसी ने अपने फेशियल रिकग्निशन बायो मेट्रिक सोल्यूशन को वाराणसी हवाई अड्डे पर सीमलेस पैसेंजर प्रोसेसिंग के लिए लगाया है।

प्रभावः वाराणसी हवाई अड्डे पर संचालन की दक्षता को महत्वपूर्ण रूप से अनुकूलित किया गया है, जिससे विमान में बोर्डिंग की प्रतीक्षा में आधे से अधिक समय की बचत हो रही है। वाराणसी में डिजी यात्रा का औसत उपयोग 80ः तक पहुंच गया है, जो हाल के महीनों में निरंतर और पर्याप्त उपयोगकर्ता एडॉप्शन को प्रदर्शित करता है। स्मार्ट शहरों और शहरी यातायात में सोल्यूशन द्वारा प्रगति ने एनईसी को एक इंडस्ट्री लीडर के रूप में स्थापित किया है।

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