काफी समय से इजरायल और फिलिस्तीन चली रही जंग थमने का नाम नही ले रही। इस बीच गाजा में चल रहे युद्ध पर भारत ने एक बार फिर से चिंता जताई। साथ ही संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में दो-राज्य समाधन का भी समर्थन किया. दरअसल, पिछले छह महीने से गाजा पट्टी में इजरायल की ओर से लगातार हमले किये जा रहे हैं। ऐसे में फिलिस्तीनी लोगों के लिए सुरक्षा का संकट गहरा गया है। इस बीच इजरायल ने दक्षिणी गाजा के राफा शहर में हमले की धमकी देते हुए इसके लिए तैयार रहने को भी कहा है। उधर, इजरायली सेना ने गाजा के लोगों से इलाके को जल्द से जल्द खाली करने को कहा है। बता दें कि राफा वह इलाका है, जहां बड़ी संख्या में फिलिस्तीनी के लोग शरण लिए हुए हैं। इस मुद्दे पर संयुक्त राष्ट्र में एक बैठक हुई। इस बैठक में न्छ में भारत की स्थायी सदस्य रुचिरा कंबोज ने कहा कि भारत दो-राज्य समाधान का समर्थन करने के लिए प्रतिबद्ध है। कंबोज ने आगे कहा कि, जहां फिलिस्तीनी लोग इजरायल की सुरक्षा जरूरतों को ध्यान में रखते हुए सुरक्षित सीमाओं के भीतर एक स्वतंत्र देश में स्वतंत्र रूप से रह सकें।
भारत ने यूएनजीए में उठाया यह मुद्दा
भारत ने संयुक्त राष्ट्र में सदस्यता के लिए फिलिस्तीन एप्लिकेशन अप्रूव न होने के मुद्दे को यूएनजीए की ब्रीफिंग में उठाया। भारत ने कहा कि हमाने ये प्रतीत किया है कि फिलिस्तीन की सदस्यता के लिए मेंबरशिप के आवेदन को सिक्योरिटी काउंसिल ने वीटो की वजह से अप्रूव नहीं किया। उन्होंने इसे लेकर उम्मीद जताई कि उनकी एप्लिकेशन पर फिर से विचार किया जाए।
भारत ने कहा कि गाजा में पिछले छह महीनों से जंग चल रही है. इसकी वजह से मानवीय संकट खड़ा हो गया है। यूएन में भारत की स्थायी सदस्य रुचिरा कंबोज ने कहा कि इजरायल और गाजा के बीच चल रहे संघर्ष में बड़ी संख्या में महिलाओं और बच्चों की मौतें स्वीकार्य नहीं है। भारत ने संघर्ष में आम नागरिकों की जानें जाने की निंदा करता है। उन्होंने कहा कि भारत इस बात में विश्वास रखता है कि हर हालात में अंतरराष्ट्रीय कानून और अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून का सबको सम्मान करना चाहिए।