LokSabha Election: समाजवादी पार्टी टिकट देने और काटने के लिए मशहूर हो रही है। पार्टी ने अब बदायूं और सुल्तानपुर में अपने उम्मीदवार बदल दिए हैं। बदायूं में तीसरी बार टिकट बदलते हुए पूर्व कैबिनेट मंत्री शिवपाल सिंह यादव के बेटे आदित्य यादव उम्मीदवार बनाया है। उधर, सुल्तानपुर से भीम निषाद का पत्ता काटकर वहां रामभुआल निषाद को प्रत्याशी बनाया है।
बता दें कि समाजवादी पार्टी ने पहले बदायूं से पूर्व सांसद धर्मेंद्र यादव को उतारा था। इसके बाद शिवपाल यादव को मैदान में उतारा था। शिवपाल यादव शुरू से ही वहां से लोकसभा चुनाव लड़ने के इच्छुक नहीं थे, इसलिए अब उनके बेटे आदित्य यादव के नाम की घोषणा आधिकारिक तौर पर कर दी गई है। रामभुआल निषाद ने वर्ष 2022 का विधानसभा चुनाव रुद्रपुर विधानसभा सीट से लड़ा था, लेकिन हार गए थे। अब उन्हें सुल्तानपुर में भाजपा सांसद मेनका गांधी के खिलाफ उतारा गया है।
इसके पहले सपा ने रविवार को 7 प्रत्याशियों की अपनी 10वीं सूची जारी की। इसमें जौनपुर से पूर्व परिवार कल्याण मंत्री बाबू सिंह कुशवाहा को मैदान में उतारा है। वे बसपा सरकार में हुए एनआरएचएम घोटाले में आरोपी हैं। वहीं, श्रावस्ती से बसपा सांसद राम शिरोमणि वर्मा को टिकट दिया है।
मालूम हो कि फूलपुर से अमरनाथ मौर्य को प्रत्याशी बनाया गया है। अमरनाथ को वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव में सपा ने प्रयागराज के शहर पश्चिम से प्रत्याशी घोषित किया था, लेकिन बाद में पार्टी ने उनका टिकट काट दिया था। अमरनाथ मौर्य 2002 का विधानसभा चुनाव माफिया अतीक अहमद के खिलाफ बसपा के टिकट पर लड़े थे।
वही,श्रावस्ती से प्रत्याशी बनाए गए राम शिरोमणि वर्मा इससे पहले चुनाव सपा-बसपा के गठबंधन के तहत बसपा के सिंबल पर लड़कर जीते थे। डुमरियागंज से बाहुबली नेता हरिशंकर तिवारी के बेटे और पूर्व सांसद भीष्म शंकर कुशल तिवारी पर दांव लगाया है।