Crime News: नोएडा । कहते हैं कि मां-बाप 10-10 बच्चों को पाल सकते है लेकिन 10 बच्चे भी मिलकर दो मां-बाप को पाल नही सकते।े कलयुग में मां बाप की सेवा तो दूर, उन्हें भरपेट अपने साथ रखकर खाना मोहिया कराना भी नामुमकिन हो रहा है। ऐसा ही एक मामला ग्रेटर नोएडा के थाना बीटा-2 क्षेत्र के अंतर्गत आया है। 70 वर्षीय एक डॉक्टर महिला बीटा 2 ग्रेटर नोएडा में अपने मकान में अकेली रहती थी जबकि उसके बेटा, बहू गाजियाबाद में रह रहे हैं। 4 माह से किसी ने भी अपनी मां से फोन कर उसकी हाल-चाल की परवाह नहीं की और जब वह घर पहुंचे तो सड़ी अवस्था में लाश मिली जिसमें कीड़े भी पढ़ चुके थे, पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।
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डीसीपी ग्रेटर नोएडा साद मियां खान ने बताया कि थाना बीटा-2 को प्रणव रंजन सिंहा पुत्र प्रभु दयाल सिन्हा निवासी एस 2, 4ध्172 सेक्टर 4 वैशाली गाजियाबाद ने पुलिस को सूचना दी कि उनकी माता डॉक्टर अमिया कुमारी सिन्हा 70 वर्ष पत्नी प्रभु दयाल सिन्हा मकान नंबर ए 381 बीटा प्रथम ग्रेटर नोएडा में मृत अवस्था में बेडरूम के फर्श पर शव मिला है। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस की टीम और अधिकारियों ने जब उसके बेटे से पूछताछ की तो उसने बताया कि उनकी मां से उनकी करीब 4 महीने से कोई बात नहीं हो रही थी। जब वे सोमवार को अपनी पत्नी और सास के साथ उक्त मकान पर आकर पहुंचे तो,अंदर से दरवाजा बंद था। उन्होंने दरवाजा तोड़कर देखा तो उनकी माता फर्श पर मृत अवस्था में पड़ी हुई थी।
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थाना प्रभारी बीटा-2 विनोद कुमार मिश्रा ने बताया कि शव करीब 20 दिन पुराना प्रतीत हो रहा है, तथा अभी तक मृत्यु का कारण स्पष्ट नहीं हो पाया है। इतना ही नहीं लाश में कीड़े पड़े हुए थे। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों का पता चल पाएगा।