मायावती ने भाजपा और कांग्रेस पर निशाना साधागठबंधन में सीटों की भीख नहीं मांगेंगे
लखनऊ। बसपा की अध्यक्ष मायावती ने गठबंधन को लेकर कड़ा रुख बरकरार रखते हुए भाजपा और कांग्रेस पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि गठबंधन के लिए सम्मानजनक सीटें मिलने की शर्त जरूर रखी है परंतु बसपा सीटों की भीख नहीं मांगेगी। गठबंधन न होने पर बसपा अकेले अपने बलबूते चुनाव लड़ती रहेगी।
मंगलवार को मायावती ने दिल्ली स्थित बहुजन प्रेरणा केंद्र में बसपा संस्थापक स्व. कांशीराम को उनकी 12वीं पुण्यतिथि पर श्रद्धासुमन अर्पित करने के बाद जारी किये गए बयान में कहा कि बसपा दलितों, आदिवासियों, पिछड़ों, मुस्लिम तथा अन्य धार्मिक अल्पसंख्यकों के साथ-साथ उच्च वर्ग, गरीबों, मजदूरों, किसानों के सम्मान व स्वाभिमान से कभी समझौता नहीं करेगी।
बसपा प्रमुख का कहना है कि चाहे उनको कांग्रेस व भाजपा सरकारों से कितनी भी प्रताडऩा क्यों न झेलनी पड़े, बसपा न टूटेगी और न झुकेगी। मायावती ने चेताया कि बसपा हर एक षड्यंत्र का सामना करेगी और सत्ता की मास्टर चाबी हासिल कर अपना उद्धार स्वयं करने के मिशनरी लक्ष्य को पाने का जीतोड़ प्रयास करती रहेगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस व भाजपा ने बसपा और इसके नेतृत्व को राजनीतिक तौर पर कमजोर करने के लिए हमेशा हर हथकंडे अपनाये। चुनाव के समय यह प्रयास और अधिक विषैला हो जाता है। इससे सावधान रहने की जरूरत है।
बसपा शासनकाल की खूबियां गिनाते हुए मायावती ने कहा कि बसपा कतई नहीं चाहती कि किसी भी कानून का सरकारी मशीनरी के हाथों दुरुपयोग हो, चाहे वह एससी-एसटी कानून ही क्यों न हो। प्रदेश में चार बार सत्ता में रहते हुए बसपा ने ऐसा करके दिखाया भी है।
उनकी सरकार हमेशा मजबूती से मजलूमों के साथ खड़ी दिखाई देती थी, न कि जालिमों के साथ। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा शासित राज्यों में हर तरफ भय, आतंक और अराजकता का माहौल व्याप्त है। जनता त्राहि-त्राहि कर रही है। ऐसे माहौल से लोगों को बचाने में बसपा की भूमिका सर्वाधिक महत्वपूर्ण है।