नोएडा। बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी के खिलाफ आवाज उठने लगी है। खाने पीने के सामान पर जीएसटी तुरंत वापस ली जाए! पेट्रोलियम उत्पादों पर सभी उपकर वापस लिए जाएं! सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों एवं संस्थानों को बेचना बंद किया जाए! हर परिवार को राशन कार्ड मुहैया कराया जाए, सभी आवश्यक वस्तुओं विशेषकर दाल और खाद्य तेल को सार्वजनिक वितरण प्रणाली में शामिल किया जाए! मेहनतकशों के बच्चों की पहुंच से शिक्षा को दूर करने वाली राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) को रद्द किया जाए! जनवादी अधिकारों और संवैधानिक संस्थानों पर हमले बंद किए जाएं राजद्रोह का कानून रद्द किया जाए! गांव व मजदूर बस्तियों कालोनियों में सभी मूलभूत नागरिक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं। मजदूरों के लिए न्यूनतम वेतन ₹26000 घोषित किया जाए ।
पिछले 1 सप्ताह से अभियान चलाने के बाद भारत की कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी के कार्यकर्ताओं ने सेक्टर- 8, नोएडा से श्रम कार्यालय सेक्टर- 3, नोएडा तक जुलूस निकालकर विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शन को माकपा जिला प्रभारी गंगेश्वर दत्त शर्मा, सीटू जिला महासचिव रामसागर, सचिव राम स्वारथ, जनवादी महिला समिति की नेता रेखा चैहान, सीटू नेता लता सिंह, गुड़िया देवी, सरस्वती आदि ने संबोधित करते हुए केंद्र प्रदेश सरकार की जनविरोधी मजदूर विरोधी नीतियों की कड़ी निंदा किया।