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देवधर ट्रॉफी – कभी नेट पर गेंदबाजी के बदले मिलता था खाना अब इंडिया सी के लिए खेलेंगे पप्पू राय

नई दिल्ली। देवधर ट्रॉफी की शुरुआत मंगलवार से हुई। इसमें तीन टीमें इंडिया ए, इंडिया बी और इंडिया सी हिस्सा ले रहीं हैं। इंडिया सी में ओडिशा के पप्पू रॉय भी चुने गए हैं। 23 साल के पप्पू पांच साल पहले तक आजीविका के लिए हावड़ा यूनियन के मैदान पर बल्लेबाजों को नेट्स पर गेंदें डालते थे। इसके बदले कोच उन्हें चाय-नाश्ता और खाना देते थे। धीरे-धीरे उनका गेंदबाजी कौशल निखरता गया और अब वे इंडिया सी टीम का हिस्सा हैं।
पप्पू मूल रूप से कोलकाता के रहने वाले हैं। उन्होंने बताया, ”मेरे माता-पिता का निधन बहुत पहले हो गया था। पारिवारिक विवाद के कारण मैंने घर छोड़ दिया। पेट भरने के लिए मैं हावड़ा यूनियन के मैदान पर तीन-तीन घंटे तक नेट्स पर बल्लेबाजों के लिए गेंदबाजी किया करता था। इसके बदले में कोच मुझे मुफ्त में खाना और जूस देते थे। यह मेरे लिए एक काम था और 18 साल की उम्र तक मेरी यही दिनचर्या थी। धीरे-धीरे पप्पू की क्रिकेट में रुचि बढऩे लगी। उन्होंने इसे अपना करियर बनाने की सोची। चूंकि, पश्चिम बंगाल में टीम में चुना जाना कठिन था, इसलिए वे ओडिशा के एक छोटे से शहर जाजपुर चले गए। हालांकि, ओडिशा में रहने के दौरान भी बाएं हाथ के इस गेंदबाज का हावड़ा यूनियन के कोच सुजीत साहा से संपर्क लगातार बना रहा।
पप्पू ओडिशा में अपने दोस्त अमीन इकबाल के पिता के मित्र खान साब के साथ पेइंग गेस्ट के तौर पर रहने लगे। उनके क्रिकेट के सपने को साकार करने के लिए पिछले पांच साल से खान ही उन्हें सारी सुविधाएं दे रहे हैं। जाजपुर में वे सुबह प्रैक्टिस करते थे। दोपहर में मैच खेलते थे और रात में टेनिस बॉल से क्रिकेट खेला करते थे। उनके पास जिम जाने को पैसे नहीं थे, इसलिए खुद को फिट रखने के लिए वे रोजाना वॉर्म-अप के अलावा अपना किट बैग कंधे में टांगकर 30 मिनट तक मैदान का चक्कर लगाते थे। पप्पू की मेहनत रंग लाई। वे जाजपुर के सर्वश्रेष्ठ क्रिकेटर चुने गए। बाद में ओडिशा टीम में उनका चयन हुआ। हालांकि, इस दौरान उनका कंधा चोटिल हो गया। इस पर सुजीत साहा ने उन्हें स्पिन गेंदबाजी करने की सलाह दी। पहले तो यह उन्हें अपनी मर्जी के खिलाफ लगा, लेकिन धीरे-धीरे वे इसमें रम गए। पप्पू पहली बार 2013 में सचिन तेंडुलकर से मिले थे। इस मुलाकात के बारे में पप्पू ने बताया, ‘सचिन सर अपनी आखिरी सीरीज खेल रहे थे। कोलकाता में पहले टेस्ट से दो दिन पहले हावड़ा यूनियन के गेंदबाजों को टीम इंडिया के खिलाडिय़ों को नेट प्रैक्टिस कराने के लिए बुलाया गया था।

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