राजस्थान की सियासत में समीकरण तेजी से बदलते नजर आ रहे है। सीएम पद के दावेदार सचिन पायलट ने विधायकों से मेलमिलाप करना शुरू कर दिया है। सवाल है कि पायलट की फ्लाइट में कितने विधायक सवार होंगे
इस बीच गहलोत खेमे ने दिल्ली में शक्ति प्रदर्शन की तैयारी कर ली है।
सीएम पद के प्रबल दावेदार सचिन पायलट ने गहलोत खेमे के विधायकों से अच्छे संबंध बनना शुरू कर दिया है, लेकिन गहलोत कैंप के विधायक खुलकर पायलट के साथ नहीं आ रहे हैं। शुक्रवार को जब पायलट विधानसभा पहुंचे तो गहलोत खेमे के विधायकों ने हाथ जोड़कर तो अभिवादन किया लेकिन आगे नहीं बढ़े। मतलब साफ है गहलोत खेमे के विधायक निर्देश के इंतजार में है। सूत्रों के मुताबिक आज सीएम अशोक गहलोत जयपुर लौट आएंगे। अपने समर्थक विधायकों के साथ रणनीति पर चर्चा करेंगे। सीएम गहलोत 28 सितंबर को कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए अपना नामांकन दाखिल करेंगे। सूत्रों के अनुसार 27 सितंबर को गहलोत समर्थक मंत्री और विधायक दिल्ली जा सकते हैं। अगर ऐसा हुआ तो यह अपने आप में गहलोत का शक्ति प्रदर्शन होगा। जिसके जरिए वो संकेत देंगे कि राजस्थान में मुख्यमंत्री पद पर कौन बैठेगा। उसमें गहलोत की राय सबसे महत्वपूर्ण होगी? जब गहलोत खुद कांग्रेस के आलाकमान बनने जा रहे हैं तो फिर फैसले में उनकी सलाह को गांधी परिवार महत्वपूर्ण मानेगा। पायलट विधायकों में अपनी फ्लाइट में सवार कराने के लिए सभी को तैयार करने में लगे है। कई ऐसे विधायक है जो मंत्री पद भी मांग रहे है।