नई दिल्ली। संसद का मॉनसून सत्र शुरू हो चुका है। इस सत्र के लिए सरकार ने जहां सदन चलाने को विपक्षी दलों से सहयोग मांगा है, वहीं कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्षी पार्टियां मोदी सरकार को घेरने की तैयारी में हैं।
इस बीच कांग्रेस सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने लोकसभा में कहा, ‘जिस सरकार में किसान आत्महत्या करने को मजबूर हैं, महिलाओं-लड़कियों के साथ आए दिन रेप की घटनाएं हो रही हैं… ऐसी सरकार के खिलाफ हम अविश्वास प्रस्ताप पेश करते हैं। लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने कांग्रेस और टीडीपी सहित विपक्षी दलों का अविश्वास प्रस्ताव स्वीकार कर लिया है। मॉब लिंचिंग के मुद्दे पर लोकसभा में विपक्षी दलों संसद में हंगामा करना शुरू कर दिया है। इस कारण दोपहर 12 बजे तक सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी। संसद शुरू होते ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश के कई महत्वपूर्ण मसलों पर चर्चा होनी जरूरी है, जितनी चर्चा होगी उतना ही देश को फायदा होगा। मैं आशा करता हूं कि सभी राजनीतिक दल सदन के समय का सर्वाधिक उपयोग देश के महत्वपूर्ण कामों को आगे बढ़ाने में करेंगे। लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने मॉनसून सत्र की शुरुआत में सांसदों को खुशखबरी देते हुए बताया कि सदन में वाई-फाई की सुविधा शुरू कर दी गई है। सभी सदस्य रजिस्ट्रेशन के बाद इसका लाभ उठा सकेंगे। हालांकि सरकार का यह गिफ्ट विपक्षी सांसदों का दिल नहीं जीत सका और मॉब लिंचिंग के मुद्दे पर जमकर हंगामा हुआ।
संसद में मानसून सत्र का पहला दिन
लोकसभा में भारत माता की जय के नारे लगे।
एसपी और टीडीपी के सांसदों ने लोकसभा की वेल में जाकर किया मॉब लिंचिंग और अन्य मुद्दों पर विरोध-प्रदर्शन।
सोनल मानसिंह, राकेश सिन्हा और रघुनाथ महापात्रा ने राज्यसभा के सदस्य के तौर पर ली शपथ।