उबाल, आक्रोश और प्रदर्शन
दिल्ली में लालकिला की ओर कूच, दिल्ली-यूपी सहित एनसीआर में धारा 144 लागू, यूपी में विधानसभा के बाहर सपा-कांग्रेस का प्रदर्शन, बिहार बंद, हैदराबाद, चेन्नई और अहमदाबाद में प्रदर्शन की मंजूरी नहीं, मुंबई में महाभारत
नई दिल्ली। नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ देशभर में उबाल, आक्रोश बढ़ता जा रहा है। आमजन से लेकर कई बॉलीवुड हस्तियां और देश के गणमान्य लोग इस कानून के खिलाफ सड़कों पर उतर आए हैं। दिल्ली में कई स्थानों लोग इकट्ठा होकर लालकिला पहुंचे हैं। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार कर बसों में भरकर ले जा रहे हैं। वहीं यूपी में विधानसभा का शीतकालीन सत्र शुरू होते ही विपक्ष नागरिकता संशोधन के खिलाफ लामबंद हो गए हैं। यहां सियासी पारा चढ़ गया है।
उधर बिहार में इस बिल को लेकर वामपंथी दलों ने बंद का आह्वान किया है और कुछ संगठनों ने प्रदर्शन करते हुए रेलवे ट्रैक को जाम कर दिया है। इस बिल को महाराष्ट्र विधानसभा में महाभारत छिड़ गया है। वहीं हैदराबाद, चेन्नई और अहमदबाद में प्रदर्शन की इजाजत प्रशासन ने नहीं दी है। इसे लेकर भी लोगों में आक्रोश है। हालांकि हर जगह सरकार ने पुलिस को कड़े निर्देश दिए कि किसी भी दल को प्रदर्शन करने की इजाजत न दें। दिल्ली और यूपी में धारा 144 लागू कर दी गई है।
वहीं यूपी के डीजीपी ओपी सिंह ने एक वीडियो जारी कर लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। लखनऊ के बाबू केडी सिंह स्टेडियम मेट्रो स्टेशन को बंद कर दिया गया है। वहीं दिल्ली में सुबह से लगभग 15 मेट्रो स्टेशनों को बंद किया हुआ है। इसके साथ-साथ कई रास्तों में बदलाव भी किए गए हैं। दिल्ली के कुछ इलाकों में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं।
मुस्लिम-लेफ्ट संगठनों का भारत बंद का ऐलान बिहार में ट्रेनें रोकी गईं
दिल्ली: लालकिला के आसपास धारा 144 लगाई गई। इसके बावजूद भारी संख्या में प्रदर्शनकारी यहां जमा हो गए। पुलिस ने कई लोगों को हिरासत में लिया। प्रदर्शन के मद्देनजर डीएमआरसी ने पटेल चौक, लोक कल्याण मार्ग, उद्योग भवन, आईटीओ, प्रगति मैदान, खान मार्केट और केंद्रीय सचिवालय मेट्रो स्टेशन बंद किए। माकपा के प्रदर्शनकारियों को मंडी हाउस से जंतर मंतर ले जाया गया।
बिहार: नागरिकता कानून के खिलाफ बंद में प्रदेश के कई शहरों में प्रदर्शन हुआ। माकपा कार्यकर्ताओं ने पटना, दरभंगा और खडिय़ा में ट्रेनें रोकीं और हाईवे जाम कर दिए। बंद के मद्देनजर पटना जंक्शन, राजेंद्र नगर टर्मिनल समेत बिहार के सभी स्टेशनों पर सुरक्षा चाक-चौबंद है। पटना के सभी स्कूलों की छुट्टी कर दी गई।
कर्नाटक :कलबुर्गी में लेफ्ट और मुस्लिम संगठनों ने काले झंडे दिखाकर प्रदर्शन किया। पुलिस ने 20 लोगों को हिरासत में लिया। राज्य में बंद के चलते पुलिस मुस्तैद है। बेंगलुरु, कलबुर्गी, दक्षिण कन्नड़ और उसके आसपास के जिलों में अगले तीन दिन (21 दिसंबर रात तक) धारा 144 लागू रहेगी।
महाराष्ट्र : मुंबई के अगस्त क्रांति मैदान में 4 बजे से प्रदर्शन होगा। इसमें अभिनेत्री स्वरा भास्कर, अभिनेता फरहान अख्तर के शामिल होने की चर्चा है। इसके अलावा मालेगांव, नासिक, जलगांव और मनमांड और अमरावती में भी बंद बुलाया गया है। इससे पहले मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मुस्लिम समुदाय के प्रतिनिधियों से चर्चा की।
उत्तर प्रदेश: सुरक्षा के मद्देनजर सभी जिलों में धारा 144 लागू कर दी गई है। एहतियातन 3 हजार लोगों को पाबंद किया गया है। पुलिस ने 65 लोगों को गिरफ्तार किया है। लखनऊ में विधानसभा के पास एक मेट्रो स्टेशन को बंद किया गया है।
प्रदर्शन के दौरान इतिहासकार रामचंद्र गुहा को पुलिस ने हिरासत में लिया
नागरिकता कानून के खिलाफ आज देशव्यापी प्रदर्शन हो रहा है। नागरिकता कानून के खिलाफ वामदलों और कुछ मुस्लिम संगठनों ने आज भारत बंद बुलाया है। इस बीच कर्नाटक के बेंगलुरु में प्रदर्शन के दौरान इतिहासकार रामचंद्र गुहा को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। यह जानकारी समाचार एजेंसी एएनआई ने दी है। नागरिकता कानून के खिलाफ लेफ्ट विंग और मुस्लिम संगठनों द्वारा बुलाए गए एक दिन के बंद को लेकर बेंगलुरु में तीन दिनों के लिए धारा 144 लागू कर दी गई है। वहीं, वामदलों और मुस्लिम संगठनों ने कलबुर्गी में नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन किया। पुलिस ने 20 से अधिक प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया।
नेता विपक्ष रहते मनमोहन के वीडियो से बीजेपी का पलटवार
2003 में केंद्र में अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में एनडीए की सरकार थी। उस वक्त राज्यसभा सदस्य मनमोहन सिंह सदन में नेता विपक्ष थे। सदन में मौजूद तत्कालीन उप-प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी को संबोधित करते हुए सिंह कहते हैं, मैं शरणार्थियों के संकट को आपके सामने रखना चाहता हूं। बंटवारे के बाद हमारे पड़ोसी देश बांग्लादेश में धार्मिक आधार पर नागरिकों का उत्पीडऩ किया गया। अगर ये प्रताड़ित लोग हमारे देश में शरण के लिए पहुंचते हैं तो इन्हें शरण देना हमारा नैतिक दायित्व है। इन लोगों को शरण देने के लिए हमारा व्यवहार उदारपूर्ण होना चाहिए।
मैं गंभीरता से नागरिकता संशोधन विधेयक की ओर डेप्युटी पीएम का ध्यान इस ओर दिलाना चाहता हूं।’