अनिल विज के विशेष प्रयासों से अम्बाला छावनी में आजादी की पहली लड़ाई का बन रहा भव्य शहीदी स्मारक – अश्विनी  चौबे

केन्द्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय एवं उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने मंगलवार को गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज से उनके आवास पर मिलकर उनके साथ शिष्टाचार भेंट की। यहां पहुंचने पर गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने राज्यमंत्री को पुष्पगुच्छ देकर उनका अभिन्नदन किया।

हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज द्वारा शहीदी स्मारक बनवाने की केन्द्रीय राज्य मंत्री ने की भूरि-भूरि प्रशंसा, स्मारक का दौरा किया

इसके उपरान्त खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के साथ अम्बाला-दिल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग पर 22 एकड़ में करोड़ों रूपए की लागत से बनाए जा रहें 1857 की क्रांति से जुड़े शहीदी स्मारक का अवलोकन किया। केन्द्रीय राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने शहीदी स्मारक का अवलोकन करने के उपरान्त इस शहीदी स्मारक को बनाने के लिए हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज को दिल की गहराईयों से बधाई दी और हाथ मिलाकर अनिल विज की प्रशंसा करते हुए कहा कि उनकी पहल पर यह दुनिया का मनोरम छवि प्रस्थापित होने वाला हैं। आने वाले दिनों में गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के आमंत्रण पर देश के प्रधानमंत्री इसका उदघाटन करेगें। यहां बनने वाला शहीदी स्मारक दुनिया के लिए संदेश हैं। 1857 की क्रांति का सम्पूर्ण चित्रण यहां पर दर्शाया जाएगा। इस शहीदी स्मारक के यहां बनने से दुनिया भर में प्रखर संदेश जाएगा।

शहीदी स्मारक अम्बाला की धरोहर नहीं बल्कि पूरी दुनिया की धरोहर है 

उन्होंने कहा कि आजादी के अमृत काल में इस शहीदी स्मारक का बनना सभी के लिए खुशी की बात हैं। उन्होंने कहा कि 1857 की क्रांति से जुड़ा इतिहास इस शहीदी स्मारक में देखने को मिलेगा। उन्होनें इस मौके पर गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज की प्रशंसा करते हुए कहा कि उनकी परिकल्पना के अनुरूप यह शहीदी स्मारक बन रहा हैं। यह धरोहर अम्बाला के लिए ही नहीं बल्कि पूरे देश व दुनिया के लिए होगी। उन्होनें यह भी कहा कि गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के विशेष प्रयासों से बनने वाला यह शहीदी स्मारक एक अमर छाप होगी। दुनिया भर के लोग यहां पर पर्यटन के लिए आयेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि 1857 की क्रांति (आजादी के उस समय) में रोटी और कमल भेजा जाता था, इस स्मारक के बनने के बाद ऐसा ही मनमोहक दृश्य देखने को मिलेगा।

देश-विदेश के पर्यटक जानेंगे 1857 की क्रांति के इतिहास को 

इससे पहले, गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने शहीदी स्मारक के बारे में केन्द्रीय राज्य मंत्री को विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 1857 की क्रांति की पहली चिंगारी अम्बाला से उठी थी। आजादी की लड़ाई के अनसंग हीरोज की याद मे यहां पर भव्य शहीदी स्मारक बनाने का काम किया जा रहा हैं। उन्होंने यह भी बताया कि यहां पर तीन चरणों में आजादी की लड़ाई के विवरण एवं इतिहास को दर्शाया जाएगा। पहले चरण में आजादी की लड़ाई में अम्बाला का क्या योगदान रहा हैं, उसको दर्शाया जाएगा। दूसरे चरण में हरियाणा का और तीसरे चरण में भारत के योगदान को दर्शाया जाएगा। इसके साथ-साथ यहां पर हैलीपेड की भी सुविधा होगी। देश व विदेश के पर्यटक यहां पर इस शहीदी स्मारक को देखने आयेंगे।

गृह मंत्री अनिल विज ने शहीदी स्मारक के संबंध में जानकारी दी

उन्होंने इस मौके पर लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए कि सिविल वर्क से सम्बन्धित जो भी कार्य है उनमें तेजी लाए ताकि इन्टीरियर वर्क / आर्ट वर्क का काम को शुरू करवाया जा सकें। उन्होंने यह भी कहा कि वे जल्द ही शहीदी स्मारक का फिर से जायजा लेकर शहीदी स्मारक से सम्बधिंत जो कार्य किए जा रहें है उसकी वास्तविकता जांचेंगे।

इस मौके पर एसडीएम अम्बाला छावनी सतिन्द्र सिवाच, भाजपा जिला प्रधान राजेश बतौरा, मंडल प्रधान अजय पराशर, आशीष गुलाटी, अभिकांत वत्स, कृष्ण राणा, कार्यकारी अभियन्ता राजकुमार के साथ-साथ सम्बधिंत अधिकारीगण मौजूद रहें।

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