द हॉलीवुड रिपोर्टर इंडिया को दिए इंटरव्यू में मीरा नायर ने कहा, “ए सूटेबल बॉय के लिए मैं वाकई चाहती थी कि जोहरान वह भूमिका निभाए। लेकिन उन्होंने मना कर दिया। उन्होंने कहा, ‘बहुत से लोग ऐसी चीजों के लिए तरसते हैं, लेकिन मैं नहीं चाहता।’ वे सबसे अनिच्छुक एक्टर हैं।”
मीरा नायर ने यह भी बताया कि जोहरान बॉलीवुड के बड़े फैन हैं। बचपन में उन्होंने संजय दत्त और अरशद वारसी स्टारर फिल्म ‘मुन्ना भाई एमबीबीएस’ (2003) को अपने दादा और परिवार के साथ 16 बार देखा था। नायर के मुताबिक, “यह जोहरान की बढ़ते हुए नंबर वन फिल्म थी।” इसके अलावा, जोहरान को जोया अख्तर की ‘लक बाय चांस’ बहुत पसंद है और वे इसके डायलॉग्स रट सकते हैं।
जोहरान मामदानी, जो न्यूयॉर्क के पहले मुस्लिम और दक्षिण एशियाई मूल के मेयर बने हैं, और उनका बॉलीवुड से भी गहरा नाता है। उनकी चुनावी जीत के बाद स्पीच में ‘धूम मचाले’ गाना बजाया गया था, और उनके कैंपेन वीडियोज में भी बॉलीवुड स्टाइल झलकता है। मीरा नायर ने कहा कि यह सब जोहरान का अपना आइडिया था, क्योंकि वे कला, सिनेमा और संगीत से घिरे बड़े हुए हैं।
जोहरान ने पहले अपनी मां की फिल्म ‘क्वीन ऑफ कटवे’ में छोटा रोल किया था और म्यूजिक सुपरवाइजर भी रहे, लेकिन एक्टिंग करियर बनाने में कभी रुचि नहीं दिखाई। मीरा नायर की फिल्मों जैसे ‘मॉनसून वेडिंग’ के म्यूजिकल वर्जन में भी उन्होंने हिस्सा लिया, लेकिन राजनीति को चुना।
यह इंटरव्यू मीरा नायर की फिल्मोग्राफी और उनके बेटे की राजनीतिक सफलता के बीच दिलचस्प कनेक्शन दिखाता है। जोहरान की जीत को कई लोग बॉलीवुड-इंस्पायर्ड कैंपेन का नतीजा भी मानते हैं।

