नही सुना होगा ऐसा खुलासा: 25 हजार करोड़ का जीएसटी विभाग को चूना, सीए समेत 8 गिरफ्तार
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नही सुना होगा ऐसा खुलासा: 25 हजार करोड़ का जीएसटी विभाग को चूना, सीए समेत 8 गिरफ्तार

Noida: अगर आप सोचेंगे तो यहां तक सोच जाना भी मुश्किल हो जाएगा लेकिन हकीकत है। थाना सेक्टर 20 पुलिस ने डीसीपी हरिश चंदर के नेतृत्व में एक बड़े जीएसटी घोटाले का पर्दाफाश किया है। पुलिस में 8 लोगों को गिरफ्तार कर इनके कब्जे से लैपटॉप व अन्य दस्तावेज बरामद किये है। अब तक करीब करीब इस गिरोह ने 25000 करोड रुपए का सरकार को चूना लगाया है। इस मामले में थाना सेक्टर 20 में एक व्यक्ति ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उसके पैन कार्ड का दुपयोग करके फर्जी कंपनी बनाई गाई है। जिसमें पुलिस ने जांच पड़ताल करते हुए इस गिरोह तक जा पहुची। पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने बताया पैन कार्ड को फर्जी तरीके से इस्तेमाल करके कंपनी का रजिस्ट्रेशन कराया और फिर जीएसटी इन्वॉयस बनाया। इस फर्जीवाडे़ के बारे में पुलिस जांच पड़ताल कर रही थी। पुलिस को जांच के दौरान मनी ट्रेल और कंपनी ट्रेल बारे में पता चला। उन्होंने बताया कि फर्जी कंपनियों का रजिस्ट्रेशन करा कर ओरिजिनल जीएसटी और इन्वॉयस करके जीएसटी क्रेडिट लेकर उसे मोनोेटाइज कराया जाता था। अब तक की जांच में पता चला है कि 2600 से अधिक कंपनियों के फर्जी रजिस्ट्रेशन है। जिनके एकदम स्टीक जीएसटी एवं पीन पाए गए हैं।

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उन्होंने बताया कि इस कंपनी के रैकेट चलाने वाले दीपक मुर्जानी पकड़ा गया है और सात अन्य गिरफ्तार है। 6 लाख से अधिक पैन कार्ड का डाटा भी उसके पास से पाया गया है। उनके खातों में 12 लख रुपए से किए गए हैं। 7 लोग फरार चल रहे हैं। इस संबंध में जीएसटी विभाग और आयकर विभाग को भी सूचना दे दी गई है। पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने बताया कि इन फर्जी फर्मो के माध्यम से सरकार को बड़े पैमाने पर राजस्व का चूना लगाया जा रहा है। पुलिस टीम ने कार्रवाई करते हुए दीपक मुर्जानी, विनीता, अतुल, राजीव, यासीन, शिवम, आकाश और अश्वनी को गिरफ्तार किया। इस पूरे गिरोह का मास्टरमाइंड दीपक मुर्जानी है और यह फर्जी फर्मो को तैयार करने का काम करता था।

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पुलिस कमिश्नर ने बताया कि पकड़े गए आरोपी पहले डाटा खरीदते थे। इसके बाद इस डाटा के माध्यम से यह फर्जी फर्म तैयार करते थे। फर्जी फर्मों को यह लोगों को 5 से 10 लाख रुपए लेकर बेच देते थे। फर्जी फर्मो के माध्यम से सरकार को विभिन्न तरीके से राजस्व का चूना लगाया जाता था। उन्होंने बताया कि आरोपियों से पूछताछ की जा रही है इनसे अभी और जानकारियां मिलने की संभावना है। आरोपियों ने बड़ी संख्या में ऐसे लोगों के नाम बताए हैं जिन्होंने इन से फर्जी फर्म खरीद कर सरकार को राजस्व का चूना लगाया है। अब जीएसटी विभाग की टीम भी जांच कर रही है। अब तक की जांच में करीब 25000 करोड़ रूपये का विभाग को चूना लगने की आशंका जताई गई है।

 

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