विश्व योग दिवस: करें योग रहें निरोग, इन बीमारियों को भागा देगा नियमित योग

नोएडा। योग का नियमित अभ्यास शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के साथ-साथ कई बीमारियों को रोकने और उनके लक्षणों को कम करने में सहायक हो सकता है। योग का नियमित अभ्यास समग्र स्वास्थ्य और भलाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह बातें फेलिक्स हॉस्पिटल के चेयरमैन डॉ. डी.के गुप्ता ने विश्व योग दिवस पर कही।
डॉक्टर ने बताया कि विश्व योग दिवस हर साल 21 जून को मनाया जाता है। इसकी शुरूआत 2015 में संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा की गई थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2014 में संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने भाषण में योग दिवस मनाने का प्रस्ताव रखा था, जिसे बाद में स्वीकृति मिली।
इस दिन का उद्देश्य योग के लाभों के प्रति जागरूकता बढ़ाना और स्वस्थ जीवनशैली को प्रोत्साहित करना है। दुनिया भर में लोग इस दिन विभिन्न योग सत्रों में भाग लेते हैं और योग के महत्व को समझते हैं।  योग के कई फायदे हैं जो शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करते हैं। योगासन शरीर का लचीलापन बढ़ाते हैं और मांसपेशियों को मजबूत बनाते हैं। नियमित योग अभ्यास संतुलन और सही मुद्रा बनाए रखने में मदद करता है। योग हृदय की सेहत को सुधारता है और उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करने में सहायक होता है। योग के विभिन्न आसन और प्राणायाम वजन कम करने में मददगार होते हैं। योग इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है, जिससे बीमारियों से लड़ने की क्षमता बढ़ती है। योग और ध्यान से तनाव और चिंता कम होती है।

 

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योग से एंडोर्फिन हार्मोन का स्तर बढ़ता है, जो मूड को बेहतर बनाता है।  योग से ध्यान और प्राणायाम से एकाग्रता और स्मरण शक्ति में सुधार होता है।  योग नियमित करने से नींद की गुणवत्ता में सुधार होता है और अनिद्रा की समस्या कम होती है। योग ध्यान के माध्यम से आत्म-जागरूकता और आत्म-स्वीकृति बढ़ती है। योग आंतरिक और बाहरी संतुलन बनाए रखने में मदद करता है। योग से मन में शांति और सद्भाव का अनुभव होता है।
हालांकि, किसी भी स्वास्थ्य समस्या के लिए योग को अपनाने से पहले विशेषज्ञ की सलाह लेना महत्वपूर्ण है। योग कई बीमारियों को दूर करने में सहायक हो सकता है और विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं के प्रबंधन में मदद करता है। नियमित योग अभ्यास से हृदय की सेहत में सुधार होता है, रक्तचाप नियंत्रित होता है और कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद मिलती है।
योगासन और प्राणायाम से ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित किया जा सकता है, जिससे मधुमेह प्रबंधन में सहायता मिलती है।  योग के विभिन्न प्राणायाम (सांस लेने के अभ्यास) से श्वसन तंत्र मजबूत होता है और अस्थमा के लक्षणों में राहत मिलती है।  योग के माध्यम से जोड़ों की लचीलापन बढ़ती है और दर्द में कमी आती है, जिससे आर्थराइटिस के लक्षणों में सुधार होता है। योग और ध्यान से मानसिक स्वास्थ्य में सुधार होता है, जिससे डिप्रेशन और एंग्जायटी के लक्षणों में राहत मिलती है।  योग से नींद की गुणवत्ता में सुधार होता है और अनिद्रा की समस्या कम होती है। योगासन पाचन तंत्र को मजबूत करते हैं और कब्ज, एसिडिटी आदि समस्याओं को दूर करने में मदद करते हैं। योग के विभिन्न आसनों से पीठ और गर्दन के दर्द में राहत मिलती है और मांसपेशियों की मजबूती बढ़ती है।  योग वजन कम करने में सहायक होता है और मेटाबॉलिज्म को बढ़ावा देता है। योग से शरीर और मन को शांति मिलती है, जिससे तनाव कम होता है।

 

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नियमित योग से यह बीमारी होती है कम :
हृदय रोग
मधुमेह
अस्थमा
आर्थराइटिस
डिप्रेशन और एंग्जायटी
अनिद्रा
पाचन संबंधी समस्याएं
पीठ और गर्दन का दर्द
मोटापा
तनाव
योग के फायदे हैं :
शारीरिक स्वास्थ्य
संतुलन और मुद्रा
हृदय स्वास्थ्य
वजन घटाने
प्रतिरक्षा प्रणाली
मानसिक स्वास्थ्य
तनाव कम करना
मूड सुधारना
स्मरण शक्ति
नींद में सुधार
आध्यात्मिक स्वास्थ्य
आत्म-जागरूकता
संतुलन
सद्भाव और शांति

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