विश्व पर्यावरण दिवस’ जिसकी वर्ष 2024 हेतु “थीम : भूमि पुनर्स्थापना, मरूस्थलीकरण और सूखा लचीलापन ” (Land Restoration,Desertification and Drought Resilience) है, वर्तमान परिवेश में अत्यंत महत्त्वपूर्ण आवश्यकता हो गया है। इस हेतु हम वनों को नवजीवन प्रदान करके अधिकाधिक संख्या में वृक्षारोपण कर तथा वर्षा को संरक्षित करके अपनी प्रतिदिन की दिनचर्या में जल के अपव्य को नियंत्रित करके परिस्थितिकी तंत्र को संरक्षित/सुरक्षित कर सकते है।
आज विश्व पर्यावरण दिवस के उपलक्ष्य में ओखला पक्षी विहार नोएडा में मुख्य अतिथि प्रमोद कुमार, प्रभागीय वनाधिकारी ने पीपल का पौधा रोपित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया।
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इस अवसर पर प्रमोद कुमार द्वारा कार्यकम में उपस्थित जन सामान्य को विश्व पर्यावरण दिवस के महत्व एवं पर्यावरण संरक्षण की महत्ता तथा पर्यावरण संरक्षण से ही जल व जीवन को सुरक्षित किया जा सकता है, के संबंध में विस्तृत विचार रखे गये तथा जनमानस से अधिक से अधिक वृक्षारोपण करने की अपील की गयी। इसके अतिरिक्त प्रभागीय वनाधिकारी द्वारा इस विषय पर प्रकाश डाला गया कि पर्यावरण को सुरक्षित रखना में वृक्ष अत्यंत महत्वपूर्ण है, जिसके लिए प्रत्येक व्यक्ति को अपने आस-पास वृक्ष अवश्य लगाये जाने चाहिए। वर्तमान में भूमि का भूगर्भ जल स्तर निरन्तर गिरता जा रहा है तथा वर्षा का पानी व्यर्थ एवं नदियों का जल तटबंधों को छोडकर व्यर्थ बह जाता है। क्योंकि वृक्षों की जड़ें मिट्टी के कटाव को नियंत्रित करती है, जिससे भूमि एवं जल दोनो का ही संरक्षण होता है।
इस अवसर पर कर्नल डॉ रामरत्न, वन विभाग तथा स्वयं सेवी संस्था, ईवेस्ट के संस्थापक संजीव शर्मा, बिस्लरी इन्टरनेशनल के हैड गणेश, स्कूली छात्र/छात्राओं एवं अन्य गणमान्य व्यक्तियों द्वारा प्रतिभाग किया गया।