Noida: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) लगातार अनियमितता बरतने वाले बिल्डरों पर शिकंजा कस रही है। सुपरटेक के बाद अब बिल्डर समूह 108 और भूटानी की जांच शुरू की है। 3 दिन पहले झारखंड से जुड़ी एक जांच में तार जोड़ते हुए ईडी की टीमें नोएडा पहुंची। इसके बाद दोनों बिल्डर के ठिकानों पर छापे मारी की गईं। दोनों ही ठिकानों पर दस्तावेज खंगाले और जांच से जुड़े कई तथ्य अपने कब्जे में भी लिए हैं। दोनों ग्रुप से जुड़ी रियल एस्टेट कंपनियों व परियोजनाओं का ब्यौरा खंगाला जा पर गई थी। इसके बाद टीमें भूटानी ग्रुप के ठिकानों पर गई। ईडी की इस जांच के बाद कई तरह की चर्चाएं हैं। भूटानी समूह का विस्तार तेजी से हो रहा है। वहीं 108 ग्रुप के निदेशक भी पूर्व में इसी समूह में थे। ईडी की इस जांच और छापे को लेकर दोनों ही समूह की तरफ से कोई आधिकरिक पक्ष नहीं दिया गया है। झारखंड से जुड़ी जांच में पहुंचीं रहा है। पहले टीम 108 समूह के ठिकाने टीमें, ग्रुप से जुड़े ठिकानों पर कई घंटे तक रहीं हीं कतम जान मट या, की। नाप क 50 प्रवर्तन निदेशालय की जांच के बाद जिले के तीनों प्राधिकरण अधिकारी सतर्क हो गए हैं। इन समूह से जुड़ी प्रोजेक्ट्स का ब्योरा सोमवार को दफ्तर खुलने पर देखा गया। इसके साथ ही परियोजनाओं की देयता व लीजडीड के प्रपत्र भी देखे गए। यह तैयारी इसलिए है कि अगर शासन स्तर से कोई जानकारी मांगी जाए तो तत्काल भेजी जा सके।
स्पोर्ट्स सिटी तक पहुंच जांच
बता दें ईडी हैसिंडा ग्रुप की जांच लोटस-300 परियोजना की जांच कर रही है। अब जांच स्पोर्ट्स सिटी तक पहुंच चुकी है। ईडी ने इस जांच में फंड डायवर्जन की बात कही है। इससे जुड़ी कई जानकारियां भी नोएडा प्राधिकरण से मांगी जा चुकी हैं। यही नहीं तत्कालीन सीईओ के ठिकानों पर भी छापा मार चुकी है। ईडी से जुड़े प्रकरण में प्राधिकरण अधिकारी फूंक-फूंक कर कदम रख रहे हैं। इसका कारण है कि कई अफसर भी ईडी के रडार पर है।
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