Noida: अवैध रूप से कॉलोनी काटने वाले कॉलोनाइजर प्राधिकरण की अधिसूचित जमीन पर लगातार कब्जा करके बेच रहे हैं। इसमें उन लोगों को ठगा जा रहा है जो 10 से 20 लख रुपए के बीच में अपना खुद का आशियाना बनाने का सपना देखते हैं, लेकिन जो हाथ में है वह भी गवां देते हैं। प्राधिकरण और प्रशासन के अधिकारी गहरी नींद सोए हैं। जब कॉलोनाइजर भोले भाले लोगों को फंसा कर निकल जाते हैं तब जाकर उनकी नींद टूटती है। सवाल यही है कि अवैध कालोनी काटने वालों पर आखिर इतनी मेहरबानी क्यों है। कॉलोनी काटकर अवैध रूप से कॉलोनियां काटकर अवैध रूप से रकम एकत्र कर कॉलोनाइजर रफूचक्कर हो जाते हैं और जमीन खरीदने वाले घनचक्कर बन जाते हैं। यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में दनकौर से जेवर और टप्पल तक कई स्थानों पर धड़ल्ले से अवैध कालोनी काटी जा रही हैं। उनके खिलाफ दादरी के विधायक तेजपाल नागर कई बार अधिकारियों के साथ-साथ मुख्यमंत्री को भी अवगत करा चुके हैं, लेकिन अब तक कोई कार्यवाही नहीं की गई। सोचिए जब एक विधायक की शिकायत पर भी कार्रवाई नही हो रही तो एक आम व्यक्ति की शिकायत पर क्या होगा। इतना ही नही भू-माफिया अब सरकारी जमीन पर कब्जा करके फलेट बनाते है और बेच कर निकल जाते है।
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दादरी विधायक कहते है
दादरी विधायक कहते है कि इलाके में कई ऐसी जमीन है जहां अवैध रूप से जमीन पर कब्जा करके बेचा जा रहा है। मैने इस संबंध में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ को भी अवगत कराया है ताकि ऐसे लोगों पर अंकुश लगाया जा सके। मगर इस बाबत सीईओ रवि कुमार एनजी कहते है कि ऐसे मामले मेरे संज्ञान में नही है। यदि ऐसा हो रहा है तो उसको रोका जाएंगा। सभी वर्क सर्किल प्रभारियों से कहा गया है कि वे अपने अपने क्षेत्र में जांच कराए।
ये है गांव जहां कट रही अवैध कालोनियां
ऐमनाबाद, खोदना खुर्द,सादुल्लापुर,कुलेसरा,बिसरख,दनकौर,धूम मानिकपुर,हल्दौनी, खोदना कलां, रोजा, जलालपुर,तिलपता,वैदपुरा सुनपुरा, हैबतपुर,शाहबेरी,आदि शामिल है। कुछ गांवों में प्लाॅट के साथ साथ फलेट बनाकर भी बेचे जा रहे है।