आज के निरीक्षण के बाद एयरपोर्ट के उद्घाटन की तारीख तय होने की संभावना है। केंद्रीय मंत्री नायडू ने कहा कि पहले चरण में 45 दिनों के अंदर 10 रूटों पर उड़ानें शुरू हो जाएंगी। हालांकि, परियोजना कई देरी का शिकार रही। मूल समयसीमा सितंबर 2024 थी, जो अप्रैल 2025, फिर जून 2025 और अक्टूबर 2025 तक बढ़ी। बिहार चुनावों के कारण नवंबर के तीसरे सप्ताह में उद्घाटन की चर्चा थी। डीजीसीए का अंतिम परीक्षण अक्टूबर में पूरा हो चुका है, और बीसीएएस ने सितंबर में एयरसाइड सिक्योरिटी क्लीयरेंस दिया।
सीएम योगी और मंत्री नायडू को एयरस्ट्रिप, टर्मिनल और एयरब्रिज का निरीक्षण करते देखा गया। जेवर एयरपोर्ट हैंडल ने कहा, “यह यूपी की विकास यात्रा का नया अध्याय है।” यूजर्स ने किसानों के योगदान की सराहना की, जबकि कुछ ने उद्घाटन में देरी पर सवाल उठाए।
सीएम योगी का यह दौरा नोएडा के अन्य कार्यक्रमों के साथ जुड़ा था। निरीक्षण के बाद वे सेक्टर-50 के मेदांता सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल का उद्घाटन पहुंचेंगे, जहां उनका स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने पर जोर होगा। इसके अलावा, भंगेल एलिवेटेड रोड का लोकार्पण और सेक्टर-94 वेस्ट-टू-वंडर पार्क का शुभारंभ भी आज हो सकता है। जिला प्रशासन ने वीवीआईपी मूवमेंट के लिए ट्रैफिक डायवर्जन लागू किया, जिसमें यमुना एक्सप्रेसवे पर विशेष व्यवस्था की गई।
विशेषज्ञों का मानना है कि एनआईए से एनसीआर में हवाई यातायात क्रांति आएगी। यह एयरपोर्ट दिल्ली से 75 किमी दूर होने के बावजूद मेट्रो और नई 130 मीटर चौड़ी सड़क से जुड़ेगा। पूर्ण क्षमता पर यह दुनिया के सबसे बड़े एयरपोर्ट्स में शुमार होगा, जो 300 मिलियन यात्रियों को संभालेगा। यूपी अब पांच अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट वाला देश का पहला राज्य बनेगा। विधायक सिंह ने अपील की कि यह विकास सभी के सहयोग से ही संभव हुआ, और आने वाले दिनों में जेवर वैश्विक हब बनेगा।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री किंजरापु राममोहन नायडू ने आज जेवर स्थित नोएडा अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट (एनआईए) का स्थलीय निरीक्षण किया। दोनों नेताओं ने निर्माण कार्य की प्रगति, सुरक्षा व्यवस्था, यातायात प्रबंधन और उद्घाटन की तैयारियों का विस्तृत जायजा लिया। इस दौरान सीएम योगी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी कार्य उच्च मानकों के साथ समयबद्ध तरीके से पूरे किए जाएं, ताकि यात्री सुविधाओं में कोई कमी न रहे। निरीक्षण के बाद आयोजित समीक्षा बैठक में एयरपोर्ट के पहले चरण के संचालन को लेकर महत्वपूर्ण चर्चा हुई, जिसमें उद्घाटन की तारीख तय करने पर सहमति बनी।
यह दौरा एयरपोर्ट के लंबे इंतजार के बाद एक महत्वपूर्ण कदम है। नवंबर 2021 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आधारशिला रखी गई इस परियोजना का निर्माण चार चरणों में हो रहा है, जिसकी कुल लागत 29,650 करोड़ रुपये है। पहले चरण की क्षमता 12 मिलियन यात्रियों की है, जो पूर्ण रूप से विकसित होने पर 2050 तक 60-120 मिलियन तक पहुंच जाएगी। 3,300 एकड़ में फैले इस एयरपोर्ट को यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड (ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल एजी की सहायक कंपनी) विकसित कर रही है। डीजीसीए ने हाल ही में अंतिम निरीक्षण पूरा कर लिया है, और अब उद्घाटन की अंतिम मंजूरी का इंतजार है।
निरीक्षण के दौरान जेवर विधायक धीरेंद्र सिंह ने कहा, “नोएडा अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट केवल एक हवाई अड्डा नहीं, बल्कि क्षेत्र के सर्वांगीण विकास का मार्ग प्रशस्त करने वाला ऐतिहासिक कदम है।” उन्होंने किसानों के योगदान पर जोर देते हुए आगे कहा, “इस एयरपोर्ट का आज निर्माण कार्य तेज़ी से आगे बढ़ रहा है, उसका सबसे बड़ा श्रेय हमारे किसान भाइयों को जाता है।
किसानों के सहयोग, त्याग और दूरदर्शिता ने ही इस परियोजना को धरातल पर उतरने का कार्य किया।” सिंह ने बताया कि भूमि अधिग्रहण के समय किसानों ने जो बलिदान दिया, वह इस विकास का आधार बना। अब एयरपोर्ट के उद्घाटन से पश्चिमी यूपी के किसान परिवारों को प्रत्यक्ष लाभ मिलेगा।
विधायक धीरेंद्र सिंह ने एयरपोर्ट के आर्थिक प्रभाव पर प्रकाश डालते हुए कहा, “एयरपोर्ट शुरू होने के बाद क्षेत्र में रोजगार, व्यापार, परिवहन, शिक्षा और पर्यटन आदि अनेकों अवसर बड़े पैमाने पर पैदा होंगे। यह पूरा इलाका राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय निवेश का केंद्र बनेगा, जिसका सीधा लाभ स्थानीय युवाओं और परिवारों को मिलेगा।” उन्होंने अनुमान जताया कि पहले चरण में ही 1 लाख प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रोजगार सृजित होंगे, और दिल्ली के आईजीआई एयरपोर्ट पर दबाव कम होगा। एयरपोर्ट से मुंबई, बेंगलुरु, हैदराबाद, कोलकाता समेत 10 शहरों को कनेक्टिविटी मिलेगी, जबकि विदेशी एयरलाइंस के साथ बातचीत तेज है।
अंत में सिंह ने कहा, “यह एयरपोर्ट किसानों के विश्वास और माननीय मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी के विज़न की प्रतिबद्धता और जेवर की जनता के सपनों का संयुक्त प्रतीक है।” सीएम योगी ने भी निरीक्षण के दौरान एयरपोर्ट को “उत्तर प्रदेश के विकास का प्रतीक” बताते हुए गुणवत्ता और समयसीमा पर सख्ती बरतने के निर्देश दिए। उन्होंने सुरक्षा, सौंदर्यीकरण, साफ-सफाई और यात्री सुविधाओं पर विशेष जोर दिया।

