गांव भाड़री में चकबंदी को गई टीम का ग्रामीणों ने किया विरोध

Firozabad news  :  गांव भाड़री में चकबंदी करने के लिए आए चकबंदी अधिकारी व तहसील प्रशासन के खिलाफ ग्रामीणों ने नारेबाजी कर दी। ग्रामीणों की नारेबाजी से अधिकारियों में हड़कंप मच गया। चकबंदी अधिकारी व तहसील प्रशासन की टीम बिना चकबंदी कराए ही वापस लौट गई। गांव भाड़री में चकबंदी सीओ व तहसील के नायब तहसील के नेतृत्व में एक टीम पहुँची। गांव में चकबंदी के लिए कार्यवाही शुरू हुई। जब ग्रामीणों को गांव में चकबंदी की जानकारी हुई, तो ग्रामीणों की भीड़ एकत्रित हो गई। ग्रामीणों ने गांव में चकबंदी का विरोध शूरू कर दिया। ग्रामीणों ने चकबंदी अधिकारियों व तहसील प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर दी। नारेबाजी होते ही अधिकारियों में हड़कंप मच गया ।
          इस दौरान अधिकारियों ने ग्रामीणों को समझाने बुझाने व चकबंदी के लाभ के बारे में बताने का प्रयास किया लेकिन ग्रामीणों ने किसी प्रकार की चकबंदी का विरोध किया। इस बारे में पूर्व प्रधान प्रवीन कुमार का कहना था कि गांव में चकबंदी का मामला विगत 17 वर्षों से रुका पड़ा है। लेकिन आज चकबंदी विभाग के लोग जबरन चकबंदी करने के लिए आ गए। जबकि किसी भी ग्रामीण की यह इच्छा नही है कि गावं में चकबंदी हो। अगर किसी को चकबंदी की जरूरत होगी तो ग्रामीण उसकी मांग करेंगे । जब ग्रामीण चकबंदी नही चाहते तो प्रशासन जबरन चकबंदी क्यों करना चाहता है । इस बारे में एसडीएम सिरसागंज विवेक राजपूत का कहना है कि गांव के लोगों ने चकबंदी का विरोध किया है। मामले में दुबारा से जांच कराई जाएगी। जिससे आगे की कार्यवाही पूरी की जा सके।
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