UKSSSC Copy Jihad: उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) की स्नातक स्तरीय भर्ती परीक्षा में पेपर लीक का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। लाखों युवाओं का भविष्य दांव पर लगने के बाद छात्र संगठनों ने सड़कों पर उतरकर जोरदार प्रदर्शन शुरू कर दिए हैं। देहरादून, हरिद्वार और अल्मोड़ा समेत कई जिलों में युवा CBI जांच, परीक्षा रद्द करने और UKSSSC अधिकारियों के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं। इस बीच, सख्त चेकिंग के दावों के बावजूद परीक्षा केंद्रों में मोबाइल फोन कैसे पहुंचे, इस पर सवाल खड़े हो गए हैं, जिससे सरकार की रणनीति पर गंभीर सवाल उठे हैं।
परीक्षा 21 सितंबर को आयोजित हुई थी, लेकिन लीक की खबर फैलते ही हंगामा मच गया। पुलिस ने मुख्य आरोपी खालिद मलिक को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि उसके परिवार की संपत्ति पर बुलडोजर चला दिया गया। जांच में सेक्टर मजिस्ट्रेट की लापरवाही सामने आई, जिसके चलते उन्हें निलंबित कर दिया गया। एक प्रोफेसर को भी सस्पेंड किया गया है, लेकिन प्रदर्शनकारी इसे ‘नाकाफी’ बता रहे हैं। विशेष जांच दल (SIT) ने मामले की जांच शुरू कर दी है और एक महीने में रिपोर्ट सौंपने का वादा किया गया है।
युवाओं का गुस्सा 25 सितंबर से चरम पर पहुंच गया। देहरादून में बेरोजगार संघर्ष मोर्चा के बैनर तले सैकड़ों छात्रों ने गांधी पार्क से विधानसभा मार्ग तक मार्च निकाला। उन्होंने सरकार पर माफिया संरक्षण का आरोप लगाते हुए कहा, “पेपर लाखों में बिके, लेकिन दोषियों को बचाया जा रहा है।” एक छात्रा का वीडियो वायरल हो गया, जिसमें वह भावुक होकर चिल्ला रही है, “हमारा भविष्य लूट लिया गया!” अल्मोड़ा में भी युवाओं ने सड़कों पर उतरकर नारेबाजी की, जबकि हरिद्वार में पूर्व अध्यक्ष बॉबी पंवार को हिरासत में लिया गया।
प्रदर्शनकारियों ने DM साविन बंसल और SSP से मुलाकात की, जहां उन्होंने CBI जांच की मांग दोहराई। DM ने आश्वासन दिया कि “अच्छे दिन आएंगे”, लेकिन युवाओं ने इसे खारिज करते हुए कहा, “पहले न्याय दो!” सीएम पुष्कर सिंह धामी ने इसे ‘नकल जिहाद’ करार देते हुए कहा कि साजिशकर्ताओं को बख्शा नहीं जाएगा। वहीं, भाजपा विधायक खजान दास ने इसे धामी सरकार के खिलाफ साजिश बताया।
राजनीतिक रंग भी गहरा गया है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने BJP को ‘पेपर चोर’ कहा और छात्रों का समर्थन किया। उन्होंने ट्वीट कर बोले, “बेरोजगारी और वोट चोरी का कनेक्शन साफ है।” आम आदमी पार्टी ने भी सरकार पर निशाना साधा, जबकि STF ने हाकम सिंह को गिरफ्तार कर लिया। X पर #UKSSSCPaperLeak ट्रेंड कर रहा है, जहां युवा अपनी पीड़ा बयां कर रहे हैं। एक पोस्ट में लिखा गया, “मोदी जी, हमारा पेपर लीक है, धामी जी वीक हैं!”
सवाल यह है कि सख्त चेकिंग के बीच फोन परीक्षा केंद्रों तक कैसे पहुंचे? जांच में पता चला कि कोचिंग माफिया, अधिकारी और दलालों का नेटवर्क सक्रिय था। पेपर लीक से पहले ही बिक्री शुरू हो गई थी। विशेषज्ञों का कहना है कि UKSSSC की पुरानी सिस्टम और निगरानी की कमी जिम्मेदार है। अब सरकार पर दबाव बढ़ रहा है- क्या परीक्षा रद्द होगी या SIT की रिपोर्ट का इंतजार? युवाओं का आंदोलन थमने का नाम नहीं ले रहा, और राज्य में तनाव चरम पर है।

