मेले में उत्तराखंड की लोक संस्कृति, पारंपरिक व्यंजन, हस्तशिल्प और लोक संगीत-नृत्य की रंगारंग प्रस्तुतियां हो रही हैं। 150 से अधिक स्टॉलों पर पहाड़ी व्यंजनों की खुशबू, ऊनी कपड़े, हस्तकला सामग्री और सांस्कृतिक वस्तुओं की प्रदर्शनी लगी हुई है। पांडव नृत्य, जागरण और लोक गीतों से स्टेडियम गूंज रहा है।
आयोजन के दौरान उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी पहुंचे और मेले का उद्घाटन किया। उन्होंने प्रवासी उत्तराखंडियों की संस्कृति संरक्षण की भावना की सराहना की। सांसद डॉ. महेश शर्मा सहित कई गणमान्य लोग मौजूद रहे।

आज 23 दिसंबर को लोकगायक दीवान कनवाल सहित कई कलाकारों की लाइव प्रस्तुतियां शाम 3 बजे से शुरू होंगी। पिछले दिनों मोहन दा अल्मोड़ा वाले, अमित सागर, कैलाश कुमार जैसे कलाकारों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया। आयोजक बताते हैं कि इस बार रिकॉर्ड तोड़ भीड़ जुटी है और उत्तराखंड की आत्मा नोएडा की धरती पर जीवंत हो उठी है।
यदि आप उत्तराखंड की संस्कृति का आनंद लेना चाहते हैं, तो शेष दिनों में नोएडा स्टेडियम (सेक्टर-21ए) जरूर पहुंचें। यह आयोजन 15 वर्षों से निरंतर उत्तराखंडी विरासत को जीवित रखने का प्रतीक बना हुआ है।

