UP Board: उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) हाईस्कूल और इंटरमीडिएट बोर्ड परीक्षा का आगाज हो गया है। वीरवार को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच जिले में 57 केंद्रों पर दो पालियों में हिंदी की परीक्षा संपन्न हुई। परीक्षा में 40,080 छात्र छात्राओं को शामिल होना था, इनमें सिर्फ 38311 परीक्षार्थी ही शामिल हो सके, जबकि दोनों पालियों में 1769 विद्यार्थियों ने किन्हीं कारणों से परीक्षा छोड़ दी। परीक्षा को लेकर केंद्रों पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम रहे। पुलिस के घेरे में प्रश्न पत्र केंद्र पहुंचे। सभी छात्रों को प्रवेश पत्र व आईडी देखकर ही प्रवेश दिया गया।
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UP Board: हाईस्कूल के छात्रों ने हिंदी व प्रारंभिक हिंदी की परीक्षा दी। पहली पाली में होने वाली इस परीक्षा के लिए छात्र सात बजे से पहले ही केंद्र पर पहुंच गए। परीक्षा को नकलविहीन बनाने के लिए केंद्रों पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम रहे। प्रवेश द्वार पर तैनात शिक्षकों ने छात्रों को प्रवेश पत्र व आईडी (आधार या स्कूल का आईडी कार्ड) देखने के बाद ही प्रवेश दिया। इस दौरान छात्रों को उनके साथ बैग, दफ्ती, कागज का टुकड़ा इत्यादि वस्तुओं को साथ ले जाने की अनुमति नहीं दी गई।
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UP Board: यूनिफॉर्म के बिना परीक्षा देने पहुंचे छात्रों को भी आसानी से प्रवेश नहीं करने दिया गया, हालांकि बाद में अंतिम चेतावनी देकर उन्हें परीक्षा में बैठाया। सुबह की पाली में हाईस्कूल के 22,645 छात्रों को परीक्षा में शामिल होना था, लेकिन 992 परीक्षार्थी किन्हीं कारणों से परीक्षा देने नहीं पहुंचे। वहीं प्रथम पाली में इंटरमीडिएट की सैन्य विज्ञान की परीक्षा हुई, इसमें सात विद्यार्थी अनुपस्थित रहे। परीक्षा सवा दस बजे संपन्न हो गई। परीक्षा देकर लौटे छात्रों के चेहरे खिले रहे। छात्रों ने बताया कि प्रश्न पत्र पाठ्यक्रम से आया था। प्रश्न पत्र को हल करने में ज्यादा परेशानी नहीं हुई। वहीं, दूसरी पाली में इंटरमीडिएट की हिंदी की परीक्षा दो बजे शुरू हुई। दूसरी पाली में इंटरमीडिएट के 19,435 विद्यार्थी पंजीकृत थे, इनमें 770 ने बिना कारण परीक्षा छोड़ दी। परीक्षा छोड़ने वालों में 510 छात्र और 260 छात्राएं शामिल रही। दोनों पालियों में परीक्षा के दौरान केंद्रों पर सुरक्षा के मद्देनजर फोर्स तैनात रही। केंद्रों के प्रवेश द्वार पर तैनात कक्ष निरीक्षक परीक्षार्थियों की तलाशी लेने के बाद ही उन्हें अंदर जाने दिया। कंट्रोल रूम से तीसरी नजर से केंद्रों की निगरानी की जा रही थी। डीआईओएस डॉ. धर्मवीर सिंह ने बताया कि कोई नकलची नहीं पकड़ा गया।