Uganda news: इंसान, सांप और पक्षियों का अनोखा सहजीवन, अब पर्यटन के दबाव के चलते खतरे में

Uganda news: युगांडा के विक्टोरिया झील में बसा मुसाम्ब्वा द्वीप प्रकृति और संस्कृति का एक अनूठे संगम को आज भी दर्शाता है, जहां इंसान, सांप और पक्षी सदियों से सामंजस्य के साथ रहते हैं। यह द्वीप अपनी जैव-विविधता और स्थानीय समुदाय की अनोखी परंपराओं के लिए पर्यटकों के बीच लोकप्रिय है, लेकिन बढ़ता पर्यटन अब इस नाजुक संतुलन के लिए चुनौती बन रहा है।
मुसाम्ब्वा द्वीप पर सांपों, खासकर अजगरों, को पवित्र माना जाता है। स्थानीय बुगांडा समुदाय की मान्यताओं के अनुसार, ये सांप द्वीप की रक्षा करते हैं और समृद्धि लाते हैं। इन्हें नुकसान पहुंचाना वर्जित है। पक्षियों की सैकड़ों प्रजातियां, जैसे जलकाग और बगुले, द्वीप की हरियाली और झील के किनारों पर बसे घोंसलों में निवास करती हैं। इंसान इन प्राणियों के साथ तालमेल बिठाकर रहते हैं, जो उनकी सांस्कृतिक परंपराओं का आधार है। मछली पकड़ने और खेती के साथ-साथ, स्थानीय लोग सांपों और पक्षियों से जुड़े अनुष्ठान करते हैं, जो पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र हैं।
हाल के वर्षों में पर्यटन ने इस द्वीप की शांति को भंग करना शुरू कर दिया है। साहसिक पर्यटक और प्रकृति प्रेमी सांपों और पक्षियों को देखने के लिए यहां उमड़ रहे हैं। अनियंत्रित पर्यटन गतिविधियां, जैसे नावों का अत्यधिक आवागमन और कचरा, द्वीप के पारिस्थितिकी तंत्र को नुकसान पहुंचा रही हैं। पक्षियों के घोंसले बाधित हो रहे हैं, और सांपों के प्राकृतिक आवास पर दबाव बढ़ रहा है। स्थानीय निवासी चिंतित हैं कि उनकी सांस्कृतिक परंपराएं और प्रकृति के साथ उनका रिश्ता खतरे में पड़ सकता है।
युगांडा सरकार और स्थानीय समुदाय अब इस संतुलन को बनाए रखने के लिए कदम उठा रहे हैं। पर्यटकों की संख्या सीमित करने और पर्यावरण-अनुकूल पर्यटन नीतियों को लागू करने की योजना बनाई जा रही है। गाइडेड टूर और जागरूकता अभियान शुरू किए गए हैं ताकि पर्यटक द्वीप की संवेदनशीलता को समझें। स्थानीय निवासी भी अपनी परंपराओं को संरक्षित करने के लिए संगठित हो रहे हैं।

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