राष्ट्रपति पद की शपथ लेते ही डोनाल्ड ट्रम्प ने कई अहम फैसले किए हैं। जिसमे डोनाल्ड ट्रंप ने कई बड़े फैसले लिए। उन्होंने बाइडन सरकार के 78 फैसलों को रद कर दिया। 6 जनवरी 2021 को कैपिटल हिल पर हुए हमले के दोषी 1500 लोगों को माफी देने से लेकर अमेरिका को विश्व स्वास्थ्य संगठन से बाहर निकालने तक, कई अहम मुद्दों पर फैसला लिया।
मालूम हो कि अब ट्रंप ने अमेरिका में जन्मसिद्ध नागरिकता को समाप्त करने का फैसला कर लिया है। अमेरिकी आव्रजन नीति में बड़ा बदलाव किया जाएगा। इसका असर अमेरिका में मौजूद लाखों बच्चों की नागरिकता पर पड़ेगा, जिनका जन्म भले ही अमेरिका में हुआ है, लेकिन उनके माता-पिता वर्क वीजा पर वहां हैं। दरअसल, अमेरिकी संविधान में हुए 14वें संशोधन के मुताबिक जो बच्चा वहां की धरती पर पैदा होता है, वो खुद ब खुद अमेरिकी नागरिक बन जाता है। बढ़ी तादाद में माता-पिता अपने बच्चों को जन्म देने के लिए अमेरिका में प्रवास कर रहे हैं। इसे बर्थ टूरिजम कहा जाता है। आदेश में कहा गया है कि अमेरिका में जन्में उन्हीं बच्चों को अमेरिका की नागरिकता दी जाएगी, जिनके माता-पिता से कोई एक अमेरिकी नागरिक हों या उनमें से किसी के पास ग्रीन कार्ड हो।
भारत और चीन पर सीधा असर
अमेरिका में बढ़ी तादाद में भारत और चीन के लोग H-1B वीजा पर वहां रहते हैं। ट्रंप प्रशासन का यह फैसला अमेरिका में मौजूद भारतीय पेशेवरों के जीवन पर पड़ने वाला है। अमेरिका में 48 लाख से अधिक भारतीय अमेरिका रहते हैं, जिनमें एक बड़ा हिस्सा उन लोगों का है, जिन्हें जन्मसिद्ध नागरिक ता मिली हुई है। अमेरिका में H-1B वीजा पर काम कर रहे लोगों को लिए फैमिली प्लान करना एक बड़ी समस्या बनने वाली है।